-लगातार फॉलोअप की दी सलाह
सामना संवाददाता / मुंबई
मनपा के केईएम अस्पताल में बारह दिन पहले पहला सफल हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया था। भले ही अस्पताल प्रशासन सफलता को लेकर उत्साहित था, लेकिन मरीज का पूरी तरह से स्वस्थ होकर घर पहुंचना उससे ज्यादा महत्वपूर्ण था। हालांकि, केईएम अस्पताल की तरफ से मुहैया कराई गई सर्वोत्तम देखभाल से मरीज महेश पांडव को कल अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इस बीच मरीज में हार्ट ट्रांसप्लांट करनेवाले डॉक्टरों समेत पूरी टीम ने मरीज की विदाई की। साथ ही उन्होंने सलाह दी कि उन्हें आगे भी लगातार फॉलोअप के लिए आते रहना पड़ेगा।
उल्लेखनीय है कि ११ जुलाई को केईएम अस्पताल में भर्ती एक महिला के ब्रेन डेड होने के बाद उसके परिजनों ने अंगदान का किया था। उसके अगले ही दिन मरीज महेश पांडव का अस्पताल में हृदय प्रत्यारोपण किया गया। फिलहाल, १५ दिनों के बाद महेश पांडव अपने घर संभाजीनगर में जाने के लिए तैयार हैं। महेश की पत्नी स्वाति पांडव ने अपने पति का हृदय प्रत्यारोपण कराने के लिए कड़ी मेहनत की। पत्नी स्वाति ने कहा कि अब हम दो महीने की दवा लेकर गांव जा रहे हैं। उनके पूरे खान-पान का विशेष ध्यान रखा जाएगा।
डीन ने की सराहना
इस सारी प्रक्रिया में मनपा के पूर्व अपर आयुक्त डॉ. सुधाकर शिंदे ने अहम भूमिका निभाई। इसके बाद डीन डॉ. संगीता रावत ने समय-समय पर फॉलोअप किया और डॉक्टरों को आवश्यक मशीनरी उपलब्ध कराई। इसके अलावा डोनेशन के लिए कई दाताओं से मदद ली गई। डॉ. रावत ने कहा कि मरीज के रिश्तेदारों ने हमारा पर्याप्त साथ दिया। इसके अलावा प्रत्यारोपण की प्रक्रिया में केईएम अस्पताल के एनेस्थेसियोलॉजिस्ट डॉ. संजीता उंबरकर ने अहम भूमिका निभाई। इसके साथ ही हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रवीण कुलकर्णी, केईएम के कार्डियक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. उदय जाधव ने सर्जरी की। इस काम में डॉक्टरों, नर्सों और वॉर्ड बॉय की टीम ने भी सहायता की।