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अरे मौसी, ये जय-वीरू ने तो धो ही डाला! … संसद से सड़क तक भाजपा की भदेस

राहुल गांधी का भाषण तो इतना जबरदस्त था कि पूरी भाजपा सरकार और लोकसभा अध्यक्ष तक हिल गए। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने राहुल के भाषण पर १४ बार कैंची चलाई और उसे रिकॉर्ड से हटा दिया।’

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में दिया गया कांग्रेस नेता राहुल गांधी का पहला भाषण इस समय पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है। राहुल गांधी और सपा नेता अखिलेश यादव की जुगलबंदी ने यूपी में भाजपा के किले को ढहा दिया। उसका असर संसद में भी दिखा। इन दोनों के जबरदस्त आक्रामक भाषण के जवाब में पीएम मोदी को डिफेंसिव होकर फिल्म शोले की मौसी की कहानी सुनानी पड़ी। अब शोले की इस कहानी को सुनकर लोग यही कह रहे हैं कि अरे मौसी, ये जय और वीरू ने तो धो डाला।
बता दें कि यहां राहुल और अखिलेश के लिए जय-वीरू की बात कही गई है। राहुल गांधी का भाषण तो इतना जबरदस्त था कि पूरी भाजपा सरकार और लोकसभा अध्यक्ष तक हिल गए। इसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने राहुल के भाषण पर १४ बार कैंची चलाई और उसे रिकॉर्ड से हटा दिया। इस पर राहुल गांधी ने नाराजगी प्रकट करते हुए बिड़ला को पत्र लिखकर उनके इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए मांग की कि उनकी टिप्पणियों को संसदीय रिकॉर्ड में बहाल किया जाए। मिली जानकारी के मुताबिक, लोकसभा अध्यक्ष ने राहुल की तरफ से भाजपा के संदर्भ में हिंदू धर्म को लेकर दिए कई संदर्भ, तीन में से दो प्रमुख उद्योगपतियों का जिक्र जिनका कांग्रेस अक्सर नरेंद्र मोदी सरकार के संदर्भ में उल्लेख करती है, दो अग्निपथ योजना के बारे में, एक-एक नीट विवाद के बारे में, मणिपुर के बारे में और प्रधानमंत्री के बारे में कही बातों पर वैंâची चलाई है। इससे भी लोगों में काफी नाराजगी है।

राहुल गांधी की जबरदस्त स्पीच से बैकफुट पर मोदी सरकार … आज फिर से हो जाएं चुनाव तो भाजपा हो जाएगी तड़ीपार!

लोकसभा में पहली बार बतौर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी का भाषण लोगों के बीच छा गया है। राहुल गांधी में भाषण के दौरान गजब का आत्मविश्वास नजर आया। इससे सत्तापक्ष पूरी तरह से बैकफुट पर नजर आया। ऐसे में कहा जा रहा है कि अगर आज फिर से चुनाव हो जाएं तो भाजपा तड़ीपार हो जाएगी।
लोकसभा में राहुल गांधी के भाषण के दौरान हालत ऐसी थी कि सत्तापक्ष के नेता बार-बार राहुल गांधी को टोका-टाकी करते हुए व्यवधान उत्पन्न कर रहे थे। बहरहाल, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद राहुल गांधी के इस गजब के आत्मविश्वास का आम आदमी पर काफी अच्छा प्रभाव पड़ा है और उनका यही मानना है कि अगर आज चुनाव हो जाए तो ‘इंडिया’ गठबंधन और कांग्रेस की सीटें काफी बढ़ जाएंगी। इस बारे में मुलुंड में रहनेवाली ऋषिकेश धादवड़ा का कहना है, ‘मोदी की फेक पब्लिसिटी अब नहीं चलेगी। अब मोदी को जवाब देने के लिए राहुल गांधी तैयार बैठे हैं। यदि आज फिर से चुनाव हो जाएं तो भाजपा हार जाएगी और ‘इंडिया’ गठबंधन की जीत निश्चित है।’ आम लोगों का यही मानना है कि पिछली बार हवा पूरी तरह से ‘इंडिया’ गठबंधन के पक्ष में थी पर ईवीएम से हुए चुनाव के कारण भाजपा ने इसका लाभ उठाया। इस बारे में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने भाषण में साफ कहा कि ईवीएम पर मुझे आज भी भरोसा नहीं है, मैं उत्तर प्रदेश में ८० सीट भी जीत जाऊं तब भी ईवीएम पर भरोसा नहीं होगा। यही बात मुंबईकर भी मानते हैं। बोरीवली में रहनेवाले अरविंद मिश्रा का कहना है, ‘हिंदुस्थान की जनता का रुझान ‘इंडिया’ गठबंधन की ओर था, लेकिन भाजपा ने विश्वासघात कर सीटों का आंकड़ा बढ़ाया है, इसी वजह से भाजपा जीती है। यदि वर्तमान समय में पुन: चुनाव हो जाएं तो ‘इंडिया’ गठबंधन की जीत तय है।’ भाजपा पर विपक्ष की ओर से हमेशा चुनाव में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया जाता है। इस पर विरार में रहनेवाले प्रकाश ठाकुर कहते हैं कि भाजपा की असलियत जनता ने देख ली है। इसी वजह से इस लोकसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को अच्छा सबक सिखाया हैं। यदि पुन: एक बार फिर चुनाव हो जाएं तो भाजपा २०० सीटों के पार भी नहीं जाएगी और ‘इंडिया’ गठबंधन विजयी हो जाएगा।’
‘इंडिया’ गठबंधन ३०० पार
लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की स्पीच के बाद लोगों की राय में काफी बदलाव आया है। उनका स्पष्ट मानना है कि अगर आज लोकसभा के चुनाव हो जाएं तो ‘इंडिया’ गठबंधन की सीटें आराम से ३०० पार कर जाएंगी। अकेले कांग्रेस १५० का आंकड़ा पार कर जाएगी।

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