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पुलिस भर्ती में हाइटेक खेल … हर चीटर के कान में चीटिंग का लाइव प्रसारण! …रु. १० लाख देकर करो नकल

-हर चीटिंगबाज से ली गई मोटी रकम
-चार को पुलिस ने किया गिरफ्तार
-सैकड़ों के शामिल होने का शक
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र पुलिस भर्ती परीक्षा के दौरान एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों को लाइव प्रसारण (ब्रॉडकास्टिंग)के जरिए सवालों का जवाब मुहैया करवा रहा था। यह गिरोह हाईटेक टेव्नâोलॉजी का इस्तेमाल कर सैकड़ों परीक्षार्थियों को लाइव नकल करवा रहा था। परीक्षा दे रहे चार युवकों की गिरफ्तारी के बाद इस गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। यह भी जानकारी मिली है कि हाईटेक नकलची गिरोह ने ब्लूटूथ के जरिए नकल करवाने के लिए हर युवक से १० लाख रुपए लिए थे।
बता दें कि इन दिनों मुंबई में कई केंद्रों पर पुलिस भर्ती परीक्षा चल रही है। परीक्षा के लिए ६२ हजार युवक-युवतियों ने फॉर्म भरा है। ११ जनवरी को सबसे पहले इस मामले का खुलासा हुआ। परीक्षा के दौरान जोगेश्वरी-पश्चिम स्थित रायगड मिलेट्री स्कूल में एक २५ साल का युवक ब्लूटूथ के जरिए कॉपी करते पकड़ा गया था।

परीक्षार्थियों को माइक्रो स्पीकर
मुहैया करवाता है चीटिंग गैंग

पुलिसवाला बनकर राज्य की कानून व्यवस्था संभालने का जिम्मा होगा, उनमें से कई परीक्षार्थी हाईटेक चीटिंग करते हुए पकड़े गए हैं। एक बड़ा गिरोह इन परीक्षार्थियों को हाईटेक तरीके से चीटिंग की सामग्री उपलब्ध करवा रहा था। अंधेरी के एक परीक्षा केंद्र से जब एक युवक को पकड़ा गया तो उसके गुप्तांग से एक सिम बरामद हुई। सिम का कनेक्शन युवक के कान में लगे माइक्रो स्पीकर से था।
यह माइक्रो स्पीकर बारीक और त्वचा के रंंग का होने के कारण उसका पता लगाना मुश्किल हो रहा था। पुलिस को पहले लगा कि पकड़ा गया युवक शायद अकेला है, जिसने हाईटेक टेव्नâोलॉजी का इस्तेमाल कर कॉपी करने की कोशिश की। पुलिस अभी इसकी जांच कर ही रही थी कि इसी तरह के मामले में तिलक नगर पुलिस ने परीक्षा दे रहे दो युवकों को गिरफ्तार किया। दोनों युवकों ने सिम कार्ड के जरिए ब्लूटूथ कनेक्ट किया था और कान में स्किन कलर का माइक्रो स्पीकर लगा रखा था। इसी तरह बोरीवली के जया बेन कोट परीक्षा केंद्र में भी एक परीक्षार्थी ब्लूटूथ के जरिए कॉपी करते हुए पकड़ा गया। पुलिस ने पकड़े गए युवकों से सख्ती से पूछताछ की तो कई संवेदनशील जानकारियां सामने आर्इं। नकलची युवकों ने पुलिस को बताया कि गिरोह ने उन्हें सिम कार्ड और माइक्रो स्पीकर मुहैया करवाया था।

सिम के जरिए संपर्क में था गिरोह
गिरोह सिम कार्ड के जरिए परीक्षार्थियों के लाइव संपर्क में था और उन्हें प्रश्नों के उत्तर दे रहा था। आरोपी युवकों ने पुलिस को यह भी बताया कि लाइव नकल करवाने के लिए गिरोह परीक्षार्थियों से ५ से १० लाख रुपए लेता था। इस तरह की जानकारी मिलते ही पुलिस दंग रह गई।

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