सामना संवाददाता / मथुरा
उत्तर प्रदेश में हाइवे पर सफर अब और महंगा हो गया है। जून से टोल की नई दरें प्रभावी हो गई हैं। एक बार गुजरने वाले वाहनों की दरों में वृद्धि के बजाय कमी की गई है, जबकि वापसी और मासिक पास की दरों में दो से १५ प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है। लोकल वाहनों के मासिक पास की दरों में १० रुपए की वृद्धि की गई है। ऐसे में हाइवे से गुजरनेवाले वाहनों को जिले में टोल टैक्स अब और अधिक देना होगा।
हर वर्ष बढ़ाई जाती है
टोल की दरें
सरकार सफर सुहाना बनाने के लिए सड़कों का जाल बिछा रही है, नए हाइवे बनाए जा रहे हैं। मथुरा में भी बरेली हाइवे बनाया जा रहा है। आनेवाले समय में कान्हा की नगरी से कहीं भी आया जा सकता है। हाइवे पर सफर करनेवालों से सरकार टोल टैक्स वसूलती है। हर वर्ष टोल की दरें बढ़ाई जाती हैं।
इस वर्ष भी अप्रैल से टोल की दरें बढ़ना प्रस्तावित थीं, लेकिन चुनाव को लेकर नहीं बढ़ाई जा सकीं। अब चुनाव होने के बाद जून से हाइवे टोल पर नई दरें प्रभावी कर दी गर्इं। इस बार एक बार गुजरनेवाले वाहनों की दरों में वृद्धि के बजाय कमी की गई है, लेकिन वापसी और मासिक पास की दरों में दो से १५ प्रतिशत तक की वृद्धि की गई है। लोकल वाहनों के मासिक पास में १० रुपए की वृद्धि की गई है।
एनएचएआई इंसीडेंट अधिकारी नरेंद्र कुमार के अनुसार, हाइवे पर टोल की दरों में वृद्धि की गई है। मथुरा जिले की सीमा में एक टोल आता है, इसकी दरों में कुछ प्रतिशत की वृद्धि की गई है। वाहन स्वामियों को राहत देने का भी प्रयास किया गया है। सिंगल पास की दरों में पहले से कुछ कमी की गई है।