सामना संवाददाता / मुंबई
महत्वपूर्ण विषयों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाते हुए शिवसेना (ऊद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि संसद के शीतकालीन सत्र में ऐसा दिखाया जा रहा है, जैसे देश के महत्वपूर्ण मुद्दों पर गंभीर चर्चा हो रही हो, लेकिन सच्चाई यह है कि मुख्य विषयों को दरकिनार कर बेवजह के मुद्दों पर बहस की जा रही है। हिंदुत्व जैसे संवेदनशील मुद्दे पर भी सरकार गंभीर नहीं लग रही है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों को लेकर मोदी सरकार चुप्पी साधे हुए है, ऐसा जोरदार हमला उद्धव ठाकरे ने ‘मातोश्री’ में प्रेस कॉन्प्रâेंस कर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा पर किया।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और हमलों को लेकर उन्होंने सवाल उठाया कि बांग्लादेश में हिंदुओं के मंदिर जलाए जा रहे हैं। हमारे विश्वगुरु इन अत्याचारों को देखकर चुप क्यों बैठे हैं? उद्धव ठाकरे ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर लगातार हमले हो रहे हैं। इस्कॉन के मंदिर को जला दिया गया और वहां के प्रमुख को गिरफ्तार कर लिया गया। इसके बावजूद सरकार कुछ नहीं कर रही है।
फोन कर यूक्रेन का युद्ध रुकवा दिया
बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार क्यों नहीं रुकवाते
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि जैसे आपने एक फोन कॉल पर यूक्रेन का युद्ध रुकवा दिया था, वैसे ही बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचारों के खिलाफ कदम उठाइए। यहां सिर्फ नारे देने और दिखावा करने से काम नहीं चलेगा। जहां अत्याचार हो रहे हैं, वहां भारत की ताकत दिखाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि जो सरकार छाती फुलाकर खुद को ताकतवर दिखाने का दावा करती है, वह बांग्लादेश में हो रहे इन अत्याचारों पर चुप क्यों है। क्या हम केवल अपनी छवि बनाने के लिए ही काम करते रहेंगे, या जरूरत पड़ने पर सच में कदम उठाएंगे? उद्धव ठाकरे ने तमाम हिंदुओं की तरफ से प्रधानमंत्री से अपील की कि इस मुद्दे को हल्के में न लिया जाए और जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं।
हिंदुत्व केवल वोटों तक सीमित
भाजपा का हिंदुत्व केवल चुनावों तक सीमित है, हिंदू उनके लिए केवल वोट बैंक हैं? चुनाव जीतने के बाद वही सरकार मंदिर तोड़ने लगती है। ऐसे गंभीर आरोप लगाते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार और भाजपा पर तगड़ा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार और भारत में मंदिरों को लेकर केंद्र और राज्य सरकार मौन हैं। उन्होंने भाजपा के हिंदुत्व पर निशाना साधते हुए इसे चुनावी हिंदुत्व करार दिया।
उद्धव ठाकरे ने दादर रेलवे स्टेशन के पास ८० साल पुराने हनुमान मंदिर को लेकर भाजपा और रेलवे प्रशासन पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि हमालों की मेहनत से बने इस मंदिर को अतिक्रमण बताकर नोटिस भेजी गई है। भाजपा सरकार में मंदिर तोड़े जा रहे हैं। क्या यही हिंदुत्व है?
वन नेशन, वन इलेक्शन पर कटाक्ष
उद्धव ठाकरे ने भाजपा की वन नेशन, वन इलेक्शन नीति पर तंज कसते हुए कहा कि इसका उद्देश्य केवल सत्ता पर काबिज रहना है। भाजपा की ओर से हिंदुत्व का इस्तेमाल सिर्फ वोट पाने के लिए किया जा रहा है। चुनाव के बाद न तो मंदिर सुरक्षित हैं और न ही हिंदू।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी के सांसदों ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा था, लेकिन वह समय नहीं दिया गया। प्रधानमंत्री देश-विदेश में भाषण देने और यात्रा करने में व्यस्त हैं। उन्हें शायद बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार की खबर नहीं है, जैसे मणिपुर की घटनाओं का पता नहीं चला था। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए और संसद में इस पर चर्चा होनी चाहिए।