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बांग्लादेश में हिंदू और महाराष्ट्र में मंदिर सुरक्षित नहीं …आदित्य ठाकरे का तीखा हमला

सिर्फ चुनाव के लिए हिंदुओं का इस्तेमाल करती है भाजपा
सामना संवाददाता / मुंबई
रेलवे मंत्रालय ने मुंबई के दादर स्थित ८० साल पुराने मंदिर को नोटिस जारी कर तोड़ने की प्रक्रिया शुरू की है, जिसे लेकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि भाजपा हिंदुओं का उपयोग केवल चुनावों के लिए करती है और जब हिंदुओं के हित की बात आती है तो चुप्पी क्यों साध लेती है?
उन्होंने कहा कि बंग्लादेश में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। दूसरी ओर, भाजपा के रेल मंत्री ने मुंबई में स्थित ८० साल पुराने मंदिर को नोटिस जारी किया है। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा हिंदुओं को केवल चुनाव के लिए इस्तेमाल करती है। बांग्लादेश में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं और महाराष्ट्र में मंदिर सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा सरकार द्वारा मंदिर तोड़ने के लिए नोटिस भेजा जाना बेहद निंदनीय है। उन्होंने यह भी पूछा कि भाजपा के रेलमंत्री मुंबई में ८० साल पुराने मंदिर को दिए गए नोटिस को वापस लेंगे या नहीं? क्या भाजपा हिंदुओं का उपयोग केवल चुनावी फायदा उठाने के लिए करती है, यह साबित होगा?

मोदी की चुप्पी चिंताजनक
बांग्लादेश में हो रहा हिंदुओं पर अत्याचार

आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर लिखा है कि प्रधानमंत्री मणिपुर हिंसा और बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर चुप क्यों हैं। शिवसेना पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रेस कॉन्प्रâेंस में इन मुद्दों को उठाया। मणिपुर, जो हमारे देश का हिस्सा है, वहां की हिंसा पर प्रधानमंत्री ने ध्यान नहीं दिया। साथ ही बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों पर भी उनकी चुप्पी चिंताजनक है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर रहे हैं। (इनमें से कुछ सच हैं, कुछ नहीं)। भाजपा के कार्यकर्ता बांग्लादेश में हिंदुओं के अत्याचारों के खिलाफ मोर्चे निकाल रहे हैं। लेकिन सवाल यह है कि केंद्र सरकार बांग्लादेशी हिंदुओं के लिए ठोस कदम क्यों नहीं उठाती है? भाजपा की सरकार, जो दो देशों के बीच युद्ध रोक सकती है, वह बांग्लादेश के साथ बातचीत क्यों नहीं करती? भाजपा कार्यकर्ताओं का उपयोग केवल नैरेटिव पैâलाने के लिए किया जा रहा है, लेकिन जब मदद की बात आती है, सरकार चुप हो जाती है।

आदित्य ठाकरे ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बांग्लादेशी हिंदुओं को बचाने के लिए कोई कदम उठाएंगे या यह मुद्दा केवल राजनीतिक पार्टियों के मोर्चे और आंदोलन तक सीमित रहेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा की नीयत साफ नहीं है। आदित्य ठाकरे के इन सवालों ने भाजपा को कटघरे में खड़ा कर दिया है।

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