चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में टीम इंडिया और न्यूजीलैंड के बीच कल दिलचस्प मुकाबला हुआ। मुकाबले में रवींद्र जाडेजा ने विजयी चौका लगाकर चैंपियंस ट्रॉफी को टीम इंडिया की झोली में डाल दिया। न्यूजीलैंड ने भारत को जीत के लिए २५२ रनों का टारगेट दिया था। टारगेट का पीछा करते हुए भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी रही। कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल ने मिलकर पहले विकेट के लिए १०५ रनों की शतकीय साझेदारी कर दी। इस साझेदारी के दौरान रोहित शर्मा ज्यादा आक्रामक मूड में नजर आए। रोहित ने सात चौके और तीन छक्के की मदद से ७६ रन ठोके। भारत का पहला विकेट १९वें ओवर में गिरा, जब मिचेल सेंटनर ने गिल को ग्लेन फिलिप्स के हाथों वैâच आउट करा दिया। गिल ने १ छक्के की मदद से ५० बॉल पर ३१ रन बनाए। इसके बाद टीम ने विराट कोहली का विकेट सस्ते में गवां दिया, जो १ रन बनाकर माइकल ब्रेसवेल की बॉल पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए। फिर बड़ा शॉट मारने की कोशिश में रचिन रवींद्र की बॉल पर कप्तान रोहित शर्मा स्टंप आउट हो गए। रोहित के आउट होने के बाद अक्षर पटेल और श्रेयस अय्यर ने मिलकर चौथे विकेट के लिए ६१ रनों की पार्टनरशिप करके टीम को संभाला। श्रेयस अय्यर अनलकी रहे कि वो अपनी फिफ्टी नहीं पूरी कर पाए। श्रेयस अय्यर ने ६२ गेंदों पर ४८ रन बनाए, जिसमें दो छक्के और इतने ही चौके शामिल रहे। टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए न्यूजीलैंड ने सात विकेट पर २५१ रनों का स्कोर खड़ा किया। बल्लेबाजी के दौरान कीवी टीम की शुरुआत अच्छी रही। टीम को आखिरकार पहली सफलता वरुण चक्रवर्ती ने दिलाई, जिन्होंने विल यंग (१५) को एलबीडब्ल्यू आउट किया। फिर कुलदीप यादव ने रचिन रवींद्र को बोल्ड करके दूसरी सफलता दिला दी। रवींद्र ने २९ गेंदों पर ३७ रन बनाए, जिसमें चार चौके के अलावा एक सिक्स शामिल रहा। कुलदीप ने इसके बाद अनुभवी बल्लेबाज केन विलियमसन को भी चलता किया, जो रिटर्न वैâच थमा बैठे। विलियमसन के आउट होने के समय न्यूजीलैंड का स्कोर ३ विकेट पर ७५ रन था। इसके बाद डेरिल मिचेल और टॉम लैथम ने कीवी पारी को संभालने की कोशिश की। दोनों ने मिलकर चौथे विकेट के लिए ३३ रनों की पार्टनरशिप की। रवींद्र जडेजा ने लैथम (१४) को एलबीडब्ल्यू आउट करके इस पार्टनरशिप का अंत किया। १०८ रनों पर चौथा विकेट गिरने के बाद मिचेल ने ग्लेन फिलिप्स के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए ५७ रनों की साझेदारी की।