उड़ता पंजाब कहना होगा गलत
सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले महीने पुणे के कल्याणी नगर इलाके में हुई भीषण पोर्शे कार दुर्घटना मामले और पुणे ड्रग मामले को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा हुआ। राज्य में कानून व्यवस्था को चौपट करने वाली शिंदे सरकार को विपक्ष ने आड़े हाथों लिया। सदन में विपक्ष के सवालों के जवाब में राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्वीकार किया कि पुणे में पोर्शे दुर्घटना मामले में पुलिस दोषी है। साथ ही आश्वासन दिया कि जल्द ही इस मामले में सभी आरोपियों पर कार्रवाई होगी। इस दौरान फडणवीस ने कहा कि पुणे को उड़ता पंजाब कहना गलत होगा। पुणे एजुकेशन हब, आईटी हब आदि मामलों में आगे हैं, इसलिए उसे बदनाम नहीं किया जाना चाहिए। विधानसभा में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के प्रतोद सुनील प्रभु ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के तहत यह मुद्दा उपस्थित किया। सुनील प्रभु ने कहा पुणे में बड़े पैमाने पर ड्रग माफिया एक्टिव हैं। एक अमीर घर के नाबालिक लड़के ने शराब में धुत होकर वैâसे दो लोगों की जिंदगी ले ली। इतना ही नहीं कई महीने से पोर्शे गाड़ी पर नंबर प्लेट तक नहीं लगा था, आखिर पुणे का पुलिस प्रशासन क्या कर रहा था। हद तो तब हो गई कि उस आरोपी को बचाने में क्षेत्र का एक एमएलए,पुलिस अधिकारी, ससून अस्पताल के डाक्टर सहित तमाम लोग शामिल थे। कानून क्या गरीबों के लिए ही है। सुनील प्रभु ने कहा कि पुणे में हिट एंड रन की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, आरोपी ने शराब पी रखी थी, लेकिन इस आरोपी को पुलिस स्टेशन में ही बर्गर और पिज्जा दिया गया। उन्होंने इसके लिए पुणे पुलिस आयुक्त के इस्तीफे की मांग की।