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कैसे जाएं गांव… यूपी-बिहार के लोग त्रस्त, नहीं मिल रहा है टिकट

 हवाई जहाज और बसों के टिकट हुए बजट से बाहर
 दलाल डाल रहे लोगों की जेब पर डाका
सामना संवाददाता / मुंबई
गर्मियों की छुट्टियों की शुरुआत के साथ उत्तर भारत में शादियों का भी सीजन शुरू हो गया है। हर दिन हजारों यात्री मुंबई से बाहर जा रहे हैं। इसके अलावा १९ अप्रैल को मतदान होने के कारण उत्तर भारत जानेवाले लोगों की संख्या अधिक है। हालांकि, आरक्षित ट्रेन टिकट नहीं मिलने के कारण स्पेशल ट्रेनें भी अपर्याप्त हो रही हैं। इस बाबत यात्रियों का कहना है कि विवाह समारोह के दौरान अनुपस्थिति और मताधिकार से वंचित होने के संकेत दिख रहे हैं। रेलवे प्रशासन से लेकर उत्तर भारत तक नियमित ट्रेनों के साथ-साथ सैकड़ों स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं, लेकिन ये सभी ट्रेनें यात्रियों के लिए नाकाफी साबित हो रही हैं।

तत्काल टिकट के लिए पूरी रात लग रही लाइन
बढ़ती गर्मी झेलने के लिए यात्री आरक्षण केंद्र पर कतार में लगने के बाद भी यात्रियों को आरक्षित टिकट नहीं मिल पा रहे हैं। स्पेशल ट्रेनों के लिए यात्री टिकट लेने के लिए परेशान हैं, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिल पा रहा है। स्पेशल हो या तत्काल विंडो खुलने के साथ ही टिकट मिनट भर में ही वेटिंग में नजर आने लग रहा है। इससे हजारों यात्री हताश हो गए हैं। साथ ही जिन ट्रेनों के टिकट यात्रियों के हाथ में हैं, उनमें वेटिंग लिस्ट ३०० से ४०० से ज्यादा है।

अतिरिक्त ट्रेनों का नहीं है असर
यात्रियों की मांग के अनुसार, लोकमान्य तिलक टर्मिनस और सूबेदार गंज (प्रयागराज) के बीच २२ अतिरिक्त ग्रीष्मकालीन विशेष ट्रेनें और लोकमान्य तिलक टर्मिनस और गोरखपुर के बीच विशेष ट्रेनों की बुधवार को केंद्रीय रेलवे प्रशासन द्वारा सूचना दी गई। इसके पहले भी मध्य और पश्चिम रेलवे द्वारा कई स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं, लेकिन बता दें कि यह स्पेशल ट्रेन का टिकट लोगों को मिल नहीं पा रहा है।

हवाई जहाज का भाड़ा
मुंबई से उत्तर भारत की दूरी लगभग १,७००-२,००० किमी है। यात्रा काफी ज्यादा लंबा है, जिसकी वजह से मुंबई से इन क्षेत्रों के लिए सीधी बस सेवा भी उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा हवाई जहाज का किराया ३ गुना बढ़ा हुआ है। ऐसे में यात्रियों के लिए हवाई जहाज यात्रा का बजट के बाहर जा रहा है। बता दें कि आनेवाले ३-४ दिनों का किराया १५,०००-१७,००० के करीब है।

प्राइवेट बस वाले कमा रहे हैं चौगुना पैसा
लोगों के यात्रा की मांग को देखते हुए प्राइवेट बस वालों ने लोगों की जेब पर डाका डालना शुरू कर दिया है। बता दें कि पिछले १ महीने में यात्रियों की बढ़ती मांग ने प्राइवेट बसों वालों को कमाने का मौका दिया है। मुंबई से प्रयागराज, मिर्जापुर और वाराणसी के लिए ५,००० रुपए प्रति व्यक्ति किराया वसूल रहे हैं। ये बसें कनेक्टिंग बस हैं, जो कि बोरीवली के नेशनल पार्क से इंदौर जाती हैं, फिर वहां से दूसरी बस इंदौर से मिर्जापुर और वाराणसी की तरफ तक लोगों को छोड़ती हैं।

शादियों का दौर शुरू होने से मुंबई से अपने गृहनगर जानेवाले लोगों की संख्या अधिक है। साथ ही ज्यादातर लोग वोट देने के लिए अपने गांव चले गए हैं। हालांकि, ट्रेन टिकट उपलब्ध नहीं होने के कारण वेटिंग लिस्ट बढ़ गई है।
-सुभाष गुप्ता, अध्यक्ष, रेल यात्री परिषद

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