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शहरवासियों को कैसे मिलेगा पानी? …पंपिंग स्टेशन को नहीं हुई बिजली आपूर्ति

घोड़बंदर (वसई) खाड़ी पर पाइपलाइन का भी काम अधूरा

चंद्रकांत दुबे / मीरा रोड
शहरवासियों को सूर्या डैम से मई महीने में पानी आपूर्ति किए जाने की बात जहां एमएमआरडीए की तरफ से कही गई थी, वहीं नेताओं ने ऐसा ढिंढोरा पीटा था कि जैसे शहर में पानी आ ही गया है। अब सवाल ये उठता है कि शहरवासियों को पानी वैâसे मिलेगा? जबकि डैम से पानी लाने के लिए पंपिंग स्टेशन के लिए जरूरी बिजली आपूर्ति अभी तक नहीं मिल पाई है। साथ ही अभी तक घोड़बंदर (वसई) खाड़ी पर पाइपलाइन का काम अधूरा है। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि शहर को पानी मिलने में देरी हो सकती है। इस योजना के तहत मीरा-भायंदर और वसई, विरार शहर में पानी की आपूर्ति होनी है। कुल ४०३ एमएलडी पानी मिलने वाला है, जिसमें से २१८ एमएलडी मीरा-भायंदर को तो १८५ एमएलडी वसई, विरार शहर को आपूर्ति की जाएगी।
बता दें कि मीरा-भायंदर मनपा को पालघर जिले के सूर्या पानी परियोजना से २१८ एमएलडी पानी मिलने वाला है। पानी शहर तक पहुंचाने के लिए सूर्या बांध से चेनागांव तक पाइपलाइन बिछाने का काम लगभग पूरा हो चुका है। मीरा-भायंदर मनपा की तरफ से शहर में इंटरनल वॉटर पाइप बिछाने का काम पिछले कुछ दिनों से जोरों पर चल रहा है। इस परियोजना को लेकर जमकर राजनीति भी समय-समय पर होती चली आ रही है।
वसई-विरार शहर में पानी की सप्लाई कुछ दिन पहले ही शुरू की गई है। मीरा-भायंदर मनपा का दावा था कि मई २०२४ तक शहर में पानी की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी। शहर में इंटरनल वॉटर पाइपलाइन चैनल बिछाने का काम भी चल रहा है, लेकिन मई तक शहरवासियों को पानी मिल पाएगा, इसकी उम्मीद कम ही दिखाई दे रही है। योजना के तहत पहले चरण में वसई-विरार शहर को १८५ मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति शुरू की गई है।
मंजूर है ५१६ करोड़ रुपए का फंड
राज्य सरकार ने शहर में इस पानी को वितरित करने के लिए आंतरिक जल चैनल बिछाने के लिए मनपा को ५१६ करोड़ का फंड मंजूर किया है। एमएमआरडीए द्वारा चेना में पानी संग्रहित करने के लिए ५० मिलियन लीटर क्षमता के टैंक का निर्माण किया जा रहा है। मनपा के अनुसार, शहर में मई २०२४ तक पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा हो जाएगा। योजना के तहत जलशोधन संयंत्र में तकनीकी कार्यों सहित सभी ३२ फिल्टर बेड के कार्य भी लगभग पूर्ण हो चुके हैं। शेष छोटे-मोटे कार्य मार्च तक पूर्ण किए जाने की संभावना है।
बिजली आपूर्ति की मंजूरी नहीं
एमएमआरडीए ने दावा किया है कि मई तक सौ फीसदी काम पूरा हो जाएगा। बाकी सभी कार्य १५ अप्रैल तक पूरा करने की योजना है, जबकि सूर्या डैम से पानी उठाने के लिए १३२ केवी विद्युत आपूर्ति की मंजूरी अब तक नहीं मिल पाई है। इसलिए मई के अंत तक जलापूर्ति शुरू होने में देरी होने की संभावना है। पानी की समस्या से रोजाना परेशान होने वाली शहर की जनता फिलहाल इंतजार कर रही है।
देरी के लिए एमएमआरडीए जिम्मेदार
चेना गांव तक इस जलापूर्ति को पहुंचाने की जिम्मेदारी एमएमआरडीए की है। अभी वसई खाड़ी पर पाइपलाइन का काम नहीं हुआ है। इसके बाद शहर में पानी वितरण करने का काम मीर-भायंदर मनपा का होता है।
-शरद नानेगांवकर, कार्यकारी अभियंता, मीरा-भायंदर मनपा जल आपूर्ति विभाग

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