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पिछले बजट के वादे अधूरे नए वैâसे होंगे पूरे? मनपा ने थमाया वादों का झुनझुना! ३,११२ करोड़ का बजट हुआ पेश,  आज भी है मूलभूत सुविधाओं की कमी

सामना संवाददाता / वसई
पिछली बार बजट पेश करते समय मनपा ने जो वादे किए थे, उसे अब तक पूरा नहीं किया और अब एक बार फिर से आम लोगों के लिए नए-नए वादों का झुनझुना थमाया है। वसई विरार शहर महानगरपालिका आयुक्त, प्रशासक अनिल कुमार पवार ने सोमवार को वित्तीय वर्ष २०२४-२५ के लिए ३ हजार ११२ करोड़ रुपए का बजट पेश किया। पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष ३३२ करोड़ रुपए की वृद्धि की गई है। संपत्ति और जल करों में वृद्धि किए बिना आय के स्रोत बढ़ाने पर जोर दिया गया है। इस साल नागरिकों को राहत देते हुए किसी भी तरह की कोई टैक्स बढ़ोतरी नहीं की गई है।
अग्निशमन केंद्र और हॉस्पिटल का क्या हुआ?
बता दें कि वसई-विरार मनपा ने पिछले वर्ष में जो विकास कार्य करने के लिए हजारों करोड़ का बजट पास किया था, वह काम अभी भी केवल कागजों पर ही सीमित है। मनपा ने पिछले बजट में ६ अग्निशमन केंद्र बनाने के लिए बजट पास किया था, लेकिन अभी तक एक भी अग्निशमन केंद्र नही बन पाया है। वहींr मनपा ने अचोले रोड पर २०० बेडों का हॉस्पिटल बनाने के लिए बजट पास किया था, लेकिन उसका भी कुछ पता नहीं है? मनपा ने हॉस्पिटल बनाने के लिए उद्घाटन तो किया, लेकिन उसके बाद हॉस्पिटल बनाने के लिए एक भी ईंट नहीं रखी गई है।
 केवल कागजों पर है पार्विंâग योजना
मनपा ने पिछले बजट में नाट्यगृह बनाने का बजट पास किया था लेकिन वह भी केवल कागजों पर ही सीमित रह गया। वसई विरार मनपा क्षेत्र में इलेक्ट्रिक बसों को चलाने के लिए करोड़ों रुपए का बजट मंजूर किया था, अभी तक एक भी इलेक्ट्रिक बस नहींr चलाई गई। मनपा ने वाहन पार्विंâग बनाने के लिए करोड़ों रुपए का बजट पास किया था, लेकिन अभी तक एक भी पार्विंâग नहींr बनाई गई है। वसई-विरार मनपा तो हर साल विकास के नाम पर करोड़ों रूपए का बजट पास करती है। लेकिन वह बजट केवल कागजों पर ही सीमित रहता है। गौरतलब है कि जून २०२० को महानगरपालिका में जन प्रतिनिधियों का कार्यकाल समाप्त हो गया। उसके बाद कोई चुनाव नहीं हुआ। परिणाम स्वरूप मनपा का चौथा प्रशासनिक बजट बिना जन प्रतिनिधियों के ही मनपा के अतिरिक्त आयुक्त रमेश मनाले द्वारा प्रशासक आयुक्त को सौंप दिया गया। इस बजट के प्रावधानों पर प्रशासक से चर्चा के बाद इसे अंतिम मंजूरी दी जाएगी।

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