-७ इमारतों को किया ध्वस्त
-कुल ४१ बिल्डिंगों पर होगी कार्रवाई
राधेश्याम सिंह / नालासोपारा
महायुति की नई सरकार के शपथग्रहण से पहले ही सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। वसई-विरार मनपा के वॉर्ड ‘डी’ में कल ७ इमारतों पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त कर दिया गया। इससे स्थानीय रहिवासियों में काफी आक्रोश है। डंपिंग ग्राउंड में बनी इन इमारतों को कोर्ट के आदेश के बाद तोड़ा गया है। कुल मिलाकर यहां बनी ४१ इमारतों को तोड़ा जाना है।
मिली जानकारी के अनुसार, इस क्षेत्र में अवैध रूप से ४१ बिल्डिंगों का निर्माण किया गया था। बता दें कि वसई-विरार मनपा अचोले सर्वे नं. २२ से ३२ और ८३ में तत्कालीन सिडको योजना प्राधिकरण के कार्यकाल के दौरान वर्ष २०१० से पहले ४१ अनधिकृत इमारतों का निर्माण डंपिंग ग्राउंड और एसटीपी प्रसंस्करण केंद्र के लिए आरक्षित भूमि पर किया गया था। इस बारे में हाई कोर्ट में रिट याचिका क्रमांक १५८५३/२०२२ दाखिल की गई थी। हाई कोर्ट ने गत ८ जुलाई को तोड़क कार्रवाई का आदेश जारी किया था, जिसके विरोध में वहां के रहिवासियों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश को बरकरार रखते हुए १ अक्टूबर को तोड़क कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। वसई-विरार मनपा के अधिकारियों ने उक्त स्थान पर रहने वाले निवासियों को नोटिस देकर बिल्डिंग खाली करने की अपील की थी।
हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार, कल ७ बिल्डिंगों पर बुलडोजर चलाया गया। अब वसई-विरार मनपा ने बाकी बची बिल्डिंगों में रहने वाले नागरिकों को नोटिस देकर घर खाली करने एवं सहयोग करने का अनुरोध किया है। गुरुवार की सुबह मनपा आयुक्त अनिल पवार के मार्गदर्शन में सहायक आयुक्त सुभाष जाधव की देखरेख में तोड़क कार्रवाई की गई। सर्वे क्रमांक २२ से ३२ और ८३ के बीच विकास योजना में आरक्षित भूखंडों पर स्थित ४१ अनधिकृत निर्माणों में से ७ बिल्डिंगों पर तोड़क कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई से सैकड़ों परिवार बेघर हो गए हैं।