मुख्यपृष्ठनमस्ते सामनागम उठाता हूँ जिए जाता हूँ।

गम उठाता हूँ जिए जाता हूँ।

गम उठाता हूँ जिए जाता हूँ।
जिसे भी पाता हूँ प्यार किए जाता हूँ।।
ये न पूछो कि हाल कैसा है।
हालात जो कहता है किए जाता हूँ।।

प्यार को प्यार से तुम प्यार कहो।
जो साथ दे बस उसी को यार कहो।।
यह समय भी तो बड़ा नाजुक है।
जो चल रहा है
बस उसे ही तुम व्यापार कहो।।

दुआ दिल से निकलती है असर करती है।
जिंदगी यूँ ही निकलती है सफर करती है।।
न जाने कौन से मोड़ पर कौन मिलती है।
दर्द ढोती है मगर ढ़ोते हुए चलती है।।

माँ कहती है समझना सीखो।
कठिन राह में भी चलना सीखो।।
यह लो अब तुम दुआ मेरी।
मुश्किलों के बीच भी
सम्हलना सीखो।।

तुम चलोगे तो समय आएगा।
आकर सामने से गुजर जाएगा।।
मैं कहता हूँ सफर जारी रक्खो।
वर्ना ये वक्त सहमति से ही मुकर जाएगा।।

कुछ मत करो सिर्फ गाना सीखो।
चलते हुए भी गुनगुनाना सीखो।
जिंदगी यूँ ही कट जाएगी मगर।
मन ही मन जरा मुस्कुराना सीखो।।

गम उठा हूँ जिए जाता हूँ।
जिसे भी पाता हूँ प्यार किए जाता हूँ।।
ये न पूछो कि हाल कैसा है।
हालात जो कहता है किए जाता हूँ।।

प्यार को प्यार से तुम प्यार कहो।
जो साथ दे बस उसी को यार कहो।।
यह समय भी तो बड़ा नाजुक है।
जो चल रहा है
बस उसे ही तुम व्यापार कहो।।

दुआ दिल से निकलती है असर करती है।
जिंदगी यूँ ही निकलती है सफर करती है।।
न जाने कौन से मोड़ पर कौन मिलती है।
दर्द ढोती है मगर ढ़ोते हुए चलती है।।

माँ कहती है समझना सीखो।
कठिन राह में भी चलना सीखो।।
यह लो अब तुम दुआ मेरी।
मुश्किलों के बीच भी
सम्हलना सीखो।।

तुम चलोगे तो समय आएगा।
आकर सामने से गुजर जाएगा।।
मैं कहता हूँ सफर जारी रक्खो।
वर्ना ये वक्त सहमति से ही मुकर जाएगा।।

कुछ मत करो सिर्फ गाना सीखो।
चलते हुए भी गुनगुनाना सीखो।
जिंदगी यूँ ही कट जाएगी मगर।
मन ही मन जरा मुस्कुराना सीखो।।

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