फिल्म ‘भूलभुलैया’ में मोंजुलिका का किरदार निभानेवाली विद्या बालन इंडस्ट्री में अपने करियर के २० वर्ष पूर्ण कर चुकी हैं। ‘भूलभुलैया’ की सफलता के बाद विद्या को इस बात का तनिक भी अंदाजा नहीं था कि आगे चलकर इस फिल्म की फ्रेंचाइजी भी बन सकती है। खैर, ‘भूलभुलैया-२’ के बाद ‘भूलभुलैया-३’ की सफलता ने विद्या को अभिभूत कर दिया है। पेश है, विद्या बालन से पूजा सामंत की हुई बातचीत के प्रमुख अंश-
‘भूलभुलैया-३’ और ‘सिंघम अगेन’ की एक साथ रिलीज पर क्या आपको तनाव नहीं हुआ?
मुझे कोई तनाव नहीं था क्योंकि मेरा मानना है कि हर व्यक्ति अपनी किस्मत लेकर दुनिया में आता है। फिल्म ‘सिंघम’ पहले सफल हो चुकी है इसलिए जाहिर सी बात है सीक्वल देखने के लिए भीड़ उमड़ेगी।
‘भूलभुलैया-३’ के सफल होने की आपको कितनी उम्मीद थी?
मेरी फीलिंग कह रही थी कि ‘भूलभुलैया-३’ जरूर सफल होगी। मैंने सोचा नहीं था कि फिल्म के साथ मेरे किरदार ‘मोंजुलिका’ और फिल्म के गीत ‘आमि के तोमार’ में हमारे डांस को इस कदर पसंद किया जाएगा।
माधुरी दीक्षित के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
बचपन से मैं माधुरी की फैन रही हूं। जब उनकी फिल्म ‘तेजाब’ रिलीज हुई तो ‘एक दो तीन…’ गाने में उनका डांस देखकर मैं सम्मोहित हो गई। एक जबरदस्त डांसर के साथ वो उम्दा कलाकार हैं। जब मैंने ‘भूलभुलैया-३’ साइन की उस वक्त माधुरी इस फिल्म का हिस्सा नहीं थीं। निर्देशक ने जब माधुरी से पूछा तो उन्होंने तुरंत हां कह दिया। माधुरी के इस फिल्म का हिस्सा बनते ही मैंने अंदाजा लगाया कि फिल्म में उनके साथ मेरा डांस रखा जाएगा और मेरा अंदाजा सही निकला।
आपके लिए चैलेंजिंग मोमेंट्स क्या रहा?
फिल्म ‘भूलभुलैया’ में ‘आमि जे तोमार’ गीत और मेरे डांस की काफी प्रशंसा हुई थी, जिसे मैं बरकरार रखना चाहती थी। लिहाजा, मैंने माधुरी के साथ डांस करने के दौरान जी-जान लगा दिया। मेरी और माधुरी की रिहर्सल अलग-अलग होती थी। खैर, गाने की शूटिंग के दौरान माधुरी द्वारा अचानक दो बार स्टेप्स बदलने से मैं हड़बड़ा गई। मैंने कहा मुझसे यह नया स्टेप नहीं होगा। उस समय मुझे एहसास हुआ कि माधुरी न केवल बेहतरीन इंसान हैं, बल्कि गजब की एक्टर और डांसर भी हैं।
कार्तिक आर्यन के साथ कैसा अनुभव रहा?
मैंने पहली बार कार्तिक आर्यन जैसे नई पीढ़ी के स्टार के साथ काम किया। कार्तिक से मेरी दोस्ती मिनटों में हो गई। मैं उनकी टांग खिंचाई करती रहती थी। हम दोनों के बीच एक हेल्दी रिश्ता बन गया।
अपने नए स्लिम ट्रिम लुक के बारे बताएंगी?
मेरे नए और प्रâेश लुक के लिए मुझे काफी प्रशंसा मिल रही है। जब मेरा वजन एक्सरसाइज और डायट के बावजूद हार्मोनल इश्यूज के चलते कम नहीं हुआ तो मैंने इसे खुशी-खुशी स्वीकार कर लिया। मेरे कॉन्फिडेंस में बिल्कुल भी कमी नहीं आई। पूरी तरह से शाकाहारी होने और अनुशासित जिंदगी जीने के बावजूद मेरा वजन कम नहीं हो रहा था। मैं जब भी कुछ खाती तो मुझे जलन सी होती थी। पालक और लौकी जैसी सब्जियां खाना भी मेरे लिए मुश्किल हो गया। मेरे पति सिद्धार्थ ने मुझे चेन्नई के अमुरा ग्रुप से सलाह लेने को कहा। उन्होंने मेरा डायट चेंज किया और उनकी थेरपी से मानो चमत्कार हो गया। मैं पहले से ज्यादा कॉन्फिडेंट महसूस करने लगी।
क्या आप ओटीटी के लिए काम करना चाहेंगी?
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर क्राइम, थ्रिलर, डार्क कंटेंट की भरमार है। फिल्मों में क्राइम का जॉनर अलग है, लेकिन ओटीटी पर इसकी भरमार है। मैं इससे थोड़ा बचना चाहती हूं।
अब तक का आपका सफर कैसा रहा?
मेरे पति सिद्धार्थ ने मुझे याद दिलाया कि मेरे करियर के २० वर्ष पूर्ण हो चुके हैं। मैंने जो सोचा नहीं था उससे कहीं ज्यादा पाया। मेरी उपलब्धियां किसी ख्वाब से कम नहीं हैं। अपने इस सफर से मैंने बहुत कुछ सीखा और मैंने हर पल को एन्जॉय किया।
अपनी सफलता में आप ईश्वर का कितना योगदान मानती हैं?
मेरी परवरिश मुंबई के मध्यमवर्गीय तमिल ब्राह्मण परिवार में हुई है। हमारे परिवार में दूर-दूर तक कोई अभिनय के क्षेत्र में नहीं था। काफी इंकारों को सहने के बाद मैं यहां तक आई हूं। इंसान के लिए ईश्वर का आशीर्वाद निहायत जरूरी है और मैं इसके लिए हर दिन ईश्वर का शुक्रिया अदा करती हूं।