अंधेरी के छत्रपति शिवाजी महाराज मैदान पर निष्ठा का विराट दर्शन
सामना संवाददाता / मुंबई
जख्मी बाघ क्या और उसका पंजा क्या करता है, यह भविष्य में दिखेगा। मराठी माणुस के नाद में मत लगो। औरंगजेब हारा था तो अमित शाह क्या है, ऐसी दहाड़ लगाते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने भाजपा और केंद्रीय मंत्री अमित शाह की जमकर खबर ली। इस दौरान उन्होंने कहा कि मेरी जगह बालासाहेब ठाकरे के शिवसैनिक तय करते हैं। गद्दार मुझे हराकर नहीं जीत सकते हैं। गद्दारों को मैं गाड़कर ही दम लूंगा। अंधेरी स्पोर्ट्स कॉप्म्लेक्स में हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित विशाल महासभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में जैसे पराभव हमें धक्का देनेवाला था वैसे ही उनकी जीत भी लोगों को पच नहीं रही है। उन्होंने कहा कि पिछले ढाई साल से अमित शाह ने मुंबई जैसे महानगर में प्रशासक बिठाकर क्रूर शासन किया है। उसे मुंबई की जनता स्वीकार नहीं करेगी। लोकसभा में जैसे मोदी के ‘अश्वमेध’ को हमने रोका था वह घाव उन्हें आज भी तकलीफ दे रहा है। यदि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में हम जीते होते तो निश्चित ही केंद्र में सरकार गिर गई होती।
मोदी ने ही बताया कि बचपन में ताजिया में जाकर खाया। मोहन भागवत मस्जिद में गए, उद्धव ठाकरे नहीं गए। दो दिन बाद गणतंत्र दिवस है। आरएसएस कार्यालय में आज तक तिरंगा स्वीकार नहीं किया गया। ये लोग हमें हिंदुत्व सिखा रहे हैं? हमारे झंडा भगवा हैं, इस भगवा झंडे में तुमने ही दाग लगाया है। तुम्हारे झंडे में हरा रंग है। अगर तुम में इतनी ही हिम्मत है तो अपने झंडे से हरा रंग निकालकर दिखाओ।
समय आएगा तब अकेले लड़ने का निर्णय लेंगे
उद्धव ठाकरे ने कहा कि समय आएगा तब अकेले लड़ने का निर्णय लेंगे। केंद्रीय मंत्री अमित शाह की खबर लेते हुए उन्होंने कहा कि शाह ने कहा था कि शरद पवार ने १९७८ में दगाबाजी की थी तो मैं उन्हें बता दूं कि उस समय जनता दल भी शरद पवार के साथ था और हशु आडवाणी उनके साथ शामिल था। जनता दल को तोड़ने में जनसंघ आगे रही है। गद्दारी अमित शाह आपके लोगों ने शुरू की है।
एक चुनाव जीतने का मतलब महाराष्ट्र खत्म नहीं होता
-हमें ये बाहरी लोग हरा नहीं सकते
-गद्दारों को पैसे देकर हम ही पर छोड़ा
अंधेरी में आयोजित महासभा के दौरान उन्होंने कहा कि पंकजा मुंडे ने कहा था कि विधानसभा चुनाव में ९० हजार लोग दूसरे राज्य से आए थे। मैं पूछता हूं कि वे लोग मुंबईकरों की मदद के लिए फिर आएंगे क्या? जो बाहर से लोग आए हैं, वे मुंबईकरों की समस्या में शामिल होंगे क्या? मुंबईकरों की मदद के लिए शिवसैनिक जान देता है। मुझे विश्वास है कि मुंबईकर जिस पर शिवसैनिक जान देता है, वे मेरे साथ ऐसा नहीं करेंगे।
बांद्रा में गद्दारों की सभा
उन्होंने कहा कि बांद्रा में गद्दारों की सभा शुरू है। न उनका खुद का विचार है और न ही उनके पास आदर्श है। ये लोग महाराष्ट्र की अस्मिता का वध कर रहे हैं। हमारे में और इन गद्दारों में फर्क इतना है कि आज हम भले हारे हैं, लेकिन जनता मान नहीं रही है और इनकी जीत को जनता पचा नहीं पा रही है। गद्दारों ने ईडी, सीबीआई का उपयोग करके जीत हासिल की है। इस दौरान उन्होंने गद्दारों पर हमला करते हुए कहा कि जो कुछ दिनों पहले बड़े काफिले लेकर घूमा करता था, अब उस गद्दार को बार-बार गांव जाना पड़ता है। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि उसे सीधे कह दिया है कि बैठना है तो बैठो नहीं तो सीधे गांव जाओ। ‘रूसू बाई रूसू आणि गावात बसू’, ऐसी कविता का उल्लेख किया।
देशप्रेम है हमारा हिंदुत्व
हिंदुत्व के मुद्दे पर उन्होंने भाजपा को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि भाजपा ने प्रचार किया कि हमने हिंदुत्व छोड़ा है, लेकिन हमारा हिंदुत्व देशप्रेम है। देश के प्रति प्रेम करनेवाला हमारा हिंदुत्व है। भाजपा ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने माफी मांगी। हमने नहीं, बल्कि अटल बिहारी वाजपेयी ने माफी मांगी थी, बाबरी मस्जिद गिरने पर लाल कृष्ण आडवाणी ने माफी मांगी थी, उस आडवाणी को आज इन लोगों ने बगल कर दिया है, नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के पीएम का केक काटकर खाया।
महाराष्ट्र को नुकसान पहुंचानेवाला
हिंदुत्व बर्दाश्त नहीं
जो देश की, हिंदुत्व की रक्षा करता है हम वो हिंदू हैं और महाराष्ट्र को नुकसान पहुंचानेवाला हिंदुत्व बर्दाश्त नहीं है, वो तुम्हारा है। यदि तुमने हिंदुत्व का बुर्का लगाकर महाराष्ट्र के साथ गद्दारी अथवा इसकी अस्मिता को खत्म करने की कोशिश की तो हम तुम्हारे सामने खड़े होंगे। हिंदुत्व और स्वाभिमान के लिए हम गद्दारों से लड़ने में पीछे नहीं रहेंगे। यही हमारा हिंदुत्व है। उन्होंने कहा कि मोदी अपने साक्षात्कार में कहते हैं कि जो हिंदू इस्लाम से द्वेष नहीं करता वह हिंदू नहीं है। मोहन भागवत का एक वीडियो मेरे पास है, जिसमें वे मस्जिद में जाकर बैठे हुए हैं। उन्होंने कहा कि मोदी महाराष्ट्र में आए और पुड़ी देकर चले गए। एक तो यह निश्चित करिए कि देश के लिए जो शहीद हुआ है वह औरंगजेब और वो औरंगजेब अलग-अलग हैं। देश के लिए शहीद हुआ औरंगजेब भाई है, यह बोलकर हमने क्या गलत किया।
उन्होंने कहा कि शिवाजी महाराज ने अफजल खान की अंतड़ियां निकाल दी थीं। यह वीर रस महाराष्ट्र की मिट्टी के कण-कण में है। तुम्हें यह लग रहा होगा कि एक चुनाव जीत गए हो, लेकिन इससे महाराष्ट्र खत्म नहीं होता है। हमें वे लोग हरा नहीं सकते हैं, लेकिन हमारे बीच के गद्दार ही जिन्हें उन लोगों ने पैसे देकर, लालच देकर फोड़ा है उन्हें ही हमसे लड़ने के लिए आगे कर दिए। वे भी आज हम पर वार कर रहे हैं। जयसिंह हिंदू था, लेकिन मैं कहूंगा वो गद्दार था। इस इतिहास को भी अमित शाह न भूलें यदि उनमें थोड़ी सी भी शर्म-लाज बची है तो ईवीएम एक ओर करें और बैलेट पेपर से चुनाव कराकर दिखाएं, ऐसी चेतावनी भी उद्धव ठाकरे ने दी।