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महाराष्ट्र चुनाव में बंटेंगे तो कटेंगे का अर्थ है …बीजेपी चुनाव हार रही है! …संजय राऊत ने बोला हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
फडणवीस ने कहा कि यह धर्म की लड़ाई है, हां यह महाराष्ट्रीयन के धर्म की लड़ाई है, ऐसे शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता व सांसद संजय राऊत ने बीजेपी पर तंज कसा है। महाराष्ट्र चुनाव में बंटेंगे तो कटेंगे नारे का अर्थ है कि बीजेपी चुनाव हार रही है, ऐसा जोरदार हमला कल संजय राऊत ने भाजपा पर बोला।
कल पत्रकारों से बात करते हुए संजय राऊत ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस चुनाव लड़ने के लिए बांग्लादेश या पाकिस्तान में नहीं हैं। यह महाराष्ट्र है, जहां मतदाताओं को भारत के संविधान ने वोट देने का अधिकार दिया है। मतदाता अपनी पसंद के उम्मीदवार या पार्टी को वोट दे सकते हैं। भाजपाइयों को संविधान से कोई प्रेम नहीं है इसीलिए बीजेपी संविधान बदलना चाहती है। मतदाताओं पर दबाव डाला जा रहा है। देवेंद्र फडणवीस कहते हैं कि यह धर्मयुद्ध है, हां यह धर्मयुद्ध है। यह महाराष्ट्र के धर्म को बनाए रखने और बचाने के लिए हमारा धर्मयुद्ध है। फडणवीस का कहना है कि हम एक रहेंगे तो पाकिस्तान पर झंडा फहराएंगे। क्या फडणवीस का दिमाग ठिकाने पर है, यह कौन सा चुनाव है? पाकिस्तान छोड़ो पहले पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में तिरंगा फहराओ, मणिपुर और लद्दाख में पेंगोंग झील के पास जहां चीन ने घुसपैठ की है, वहां तिरंगा फहराओ, महाराष्ट्र चुनाव में चीन, पाकिस्तान, बंटेंगे से कटेंगे, यह क्या चल रहा है? किसी समुदाय का मत नहीं मिलता क्योंकि उन्हें किस को वोट देना चाहिए या नहीं? वर्ष २०१४ के चुनाव में मुस्लिम समुदाय ने मोदी को वोट दिया, तो क्या वह वोट जिहाद बन गया? हम उनकी मानसिक उलझन को लेकर चिंतित हैं और २३ तारीख के बाद ये उलझन और बढ़ जाएगी। संजय राऊत ने यह भी कहा कि देवेंद्र फडणवीस को इलाज की जरूरत है, ऐसा तंज भी संजय राऊत ने कसा।
महाराष्ट्र जागा हुआ है। महाराष्ट्र कभी सोया नहीं था, तभी तो लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र ने आपको सुला दिया? जब तक महाराष्ट्र रहेगा मोदी, शाह इस देश को अंग्रेजों की तरह लूट नहीं पाएंगे। संजय राऊत ने यह भी आलोचना की कि अगर हम नहीं जागे होते तो देवेंद्र फडणवीस की कंपनी ने महाराष्ट्र का आधा हिस्सा गौतम अडानी के नाम कर दिया होता।
हमारा धर्म महाराष्ट्र धर्म है छत्रपति शिवाजी महाराज का धर्म महाराष्ट्र धर्म हमारा धर्म है। एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस केवल धर्म हिंदू -मुस्लिम करने का हैं। इसके अलावा उनके दिमाग में कुछ भी नहीं है। जब चुनाव हार जाते हैं तो धर्मयुद्ध का सवाल उठता है। यह राष्ट्र का धर्म है और महाराष्ट्र का धर्म है, अगर समय आया तो हम इस धर्म के लिए अपनी जान भी दे देंगे। उद्धव ठाकरे के आवाज उठाने के बाद अमित शाह का बैग चेक किया गया। लेकिन पैसों का लेन देन तेजी से हो रहा है। ये लेन-देन पुलिस की निगरानी में चल रहा है। महाराष्ट्र चुनाव में वोट जिहाद, लैंड जिहाद, पाकिस्तान पर तिरंगा फहराने जैसे मुद्दे क्यों उठे? इसका मतलब है कि बीजेपी महाराष्ट्र में चुनाव हार रही है। सिल्लोड में अब्दुल सत्तार की बुरी हार होने वाली है। अब्दुल सत्तार जैसे लोग कभी किसी के नहीं होते। वे किसी व्यक्ति, पार्टी या विचार से संबंधित नहीं हैं। अब्दुल सत्तार हार जाएंगे।

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