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नागपुर दंगा, पूर्व नियोजित था तो सरकार सो रही थी क्या? …जयंत पाटील का फडणवीस पर जोरदार हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
नागपुर के लोग शांत स्वभाव के हैं, फिर वहां दंगा कैसे हुआ? अगर सीएम कहते हैं कि नागपुर का दंगा पूर्वनियोजित था तो आप क्या हजामत बना रहे थे? सरकार क्या सो रही थी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के नेता जयंत पाटील ने महाराष्ट्र सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए यह सवाल किया। वे बजट सत्र के अंतिम सप्ताह के प्रस्ताव पर बहस के दौरान बोल रहे थे।
पाटील ने कहा कि इस साल राज्य में १२ दंगे हुए हैं। दंगे क्यों होते हैं? इसका कारण पता लगाना चाहिए। सरकार कहती है कि नागपुर दंगा एक साजिश थी। अगर यह पहले से पता था तो सरकार में बैठे गृहमंत्री ने कार्रवाई क्यों नहीं की? नागपुर के लोग शांत हैं, फिर वहां हिंसा वैâसे भड़की? मुख्यमंत्री को महाराष्ट्र की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि सरकार में बैठे लोगों को गलत चीजों का महिमामंडन नहीं करना चाहिए, वरना दावोस में हुए १५ लाख करोड़ के समझौते भी खतरे में पड़ जाएंगे।
पाटील ने नामदेव ढसाल के बारे में उठे विवाद पर कहा कि कुछ लोग पूछते हैं, ‘नामदेव ढसाल कौन हैं?’ हमने मांग की थी कि उस अधिकारी को गिरफ्तार करके ढसाल की रचनाएं पढ़ने के लिए दी जाएं। सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत के लिए पुलिस जिम्मेदार है। क्या हम उसकी मां को न्याय दिला पाएंगे? सत्र खत्म हो रहा है, अब हमें सोमनाथ के परिवार को न्याय देना होगा।
उन्होंने कहा कि प्रशांत कोरटकर कौन है? वह छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में अपमानजनक बयान देता है। उसे गिरफ्तार करने में इतनी देरी क्यों हुई? उसने झूठ बोला, फिर भी उसे सुरक्षा क्यों दी गई?

उन्होंने कहा कि आज कुणाल कामरा पर केस हुआ, लेकिन सोलापुरकर पर क्यों नहीं? जो लोग महापुरुषों का अपमान करते हैं, उनके खिलाफ केस होना चाहिए। उन्होंने बेमतलब के लोगों की पुलिस सुरक्षा बढ़ाए जाने पर कहा कि जिन लोगों का इस सदन से कोई लेना-देना नहीं है, उन्हें ५-१० सुरक्षाकर्मी क्यों दिए जाते हैं?

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