सामना संवाददाता / मुंबई
बांग्लादेश में हिंदुओं और मंदिरों पर पिछले कुछ महीनों से लगातार हमले हो रहे हैं। इन घटनाओं के खिलाफ पूरे भारत में व्यापक प्रदर्शन जारी है। हालांकि, केंद्र सरकार की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता और सांसद संजय राऊत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर तीखा हमला किया है। उन्होंने आगे कहा कि भाजपा को हिंदू सिर्फ वोटों के लिए चाहिए। अगर यह सब पाकिस्तान में हुआ होता, तो प्रधानमंत्री इंडिया गेट के सामने खड़े होकर ‘पाकिस्तान में घुसकर मारेंगे’ का भाषण देते। लेकिन अब क्योंकि चुनाव नहीं हैं, तो उन्हें हिंदुओं की परवाह नहीं है। अगर चुनाव होते तो वे इस मुद्दे पर माहौल बनाते।
संजय राऊत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि बांग्लादेश में सत्ता परिवर्तन के बाद कट्टरपंथी लोग हिंदुओं पर हमले कर रहे हैं। हिंदू महिलाओं और बच्चियों पर हमले हो रहे हैं, हिंदुओं की हत्याएं हो रही हैं, मंदिरों पर हमले हो रहे हैं। यहां तक कि इस्कॉन के पुजारी चिन्मय दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है। वकीलों की हत्याएं की जा रही हैं। यह सब देखकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह विचलित नहीं हो रहे हैं। अगर यह सिर्फ सचिव स्तर पर चर्चा तक सीमित है, तो यह सरकार सिर्फ ढोंग कर रही है।
सभापति धनखड़ निष्पक्ष नहीं
संजय राऊत ने राज्यसभा के सभापति पर भाजपा का एजेंडा चलाने का आरोप लगाया। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर ‘इंडिया’ गठबंधन को मजबूत करने के लिए नेतृत्व बदलने की जरूरत है तो इस पर विचार किया जाना चाहिए।
संजय राऊत ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ पर भाजपा का एजेंडा चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यसभा के सभापति को निष्पक्ष होना चाहिए। उन्होंने कहा कि जगदीप धनखड़ सम्माननीय व्यक्ति हैं और संवैधानिक पद पर बैठे हैं, लेकिन उन पर दबाव है। दबाव में काम करनेवाला व्यक्ति निष्पक्ष नहीं रह सकता।
उन्होंने कहा कि देश में इस विषय पर आंदोलन हो रहे हैं। हरियाणा, पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र में प्रदर्शन हो रहे हैं। लेकिन भाजपा और आरएसएस कहीं नजर नहीं आ रहे। प्रधानमंत्री मणिपुर तक नहीं जाते, बांग्लादेश के हिंदुओं पर एक शब्द नहीं बोलते, अमित शाह भी चुप हैं। फालतू मुद्दों जैसे जॉर्ज सोरोस पर बहस कर संसद ठप करने वाले भाजपा नेता इस पर कुछ नहीं कहते।