मुख्यपृष्ठसमाचारचुनाव में त्रिशंकु नतीजे का असर... पाकिस्तान में सजी घोड़ों की मंडी!

चुनाव में त्रिशंकु नतीजे का असर… पाकिस्तान में सजी घोड़ों की मंडी!

-सरकार बनाने के लिए हॉर्स ट्रेडिंग हुई शुरू

सामना संवाददाता / नई दिल्ली

पाकिस्तान की नेशनल असेंबली के चुनाव में देर रात तक घोषित परिणाम के अनुसार किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला। इन हालात में सेना की पसंदीदा पार्टी को सत्ता संभालने के लिए गठबंधन करना पड़ सकता है। जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के वफादार स्वतंत्र उम्मीदवारों ने चुनाव में अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे सत्तारूढ़ सेना समर्थित पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज पार्टी की बहुमत हासिल करने की संभावना कम हो गई, लेकिन इसके बाद देश में राजनीतिक हॉर्स ट्रेडिंग की स्थिति बन गई है। पाकिस्तान में देर रात तक चुनावी नतीजे पूरी तरह से साफ नहीं हो पाए थे। ऐसे में स्पष्ट बहुमत का कोई आंकड़ा भी साफ नहीं हो पाया था इसलिए वहां अब असेंबली सदस्यों की खरीद-फरोख्त बढ़ गई है। वहां हॉर्स ट्रेडिंग शुरू हो गई है। उधर मीडिया को संबोधित करते हुए पीटीआई प्रमुख गौहर अली खान ने पाकिस्तान चुनाव आयोग से आधी रात तक पूर्ण परिणाम घोषित करने की मांग की या फिर उन क्षेत्रों में विरोध का सामना करने को कहा, जहां अभी तक परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं। उन्होंने ईसीपी पर समय पर परिणाम घोषित करने के अपनी संवैधानिक भूमिका निभाने में विफल रहने का भी आरोप लगाया। खबर लिखे जाने तक  नवाज शरीफ की पार्टी पीएमएल-एन ने ७१ सीटों पर जीत हासिल की है तो इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने १०० से अधिक सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि २६६ सीटों वाली नेशनल असेंबली की बाकी सीटों के परिणामों की घोषणा देर रात तक नहीं हो पाई थी।
बता दें कि नवाज शरीफ हाल ही में निर्वासन से लौटे हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच नए राजनयिक संबंधों की वकालत की है और भारत की प्रगति और वैश्विक उपलब्धियों को स्वीकार किया है। पाकिस्तान की राजनीति में अहम स्थान रखनेवाले भुट्टो परिवार के सदस्य और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के नेता ३५ वर्षीय बिलावल भुट्टो जरदारी एक समृद्ध राजनीतिक विरासत के साथ चुनावी मैदान में उतरे। बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल को त्रासदी और सत्ता संघर्षों से भरा पारिवारिक इतिहास विरासत में मिला है। उधर इमरान खान जेल में हैं। उनके खिलाफ दर्ज मामलों में अब उन्हें राहत दी जा रही है। जल्द ही उन्हें जेल से जमानत पर रिहा किया जा सकता है।
चुनाव आयोग पर आरोप 
इस बीच मीडिया को संबोधित करते हुए पीटीआई प्रमुख गौहर अली खान ने पाकिस्तान चुनाव आयोग पर परिणाम घोषित करने के अपनी संवैधानिक भूमिका निभाने में विफल रहने का भी आरोप लगाया। गौहर ने दावा किया कि उनकी पार्टी ने १७० सीटें जीती हैं, इनमें वो सीटें भी शामिल हैं, जिन पर पीटीआई को पहले विजेता घोषित किया गया था। उन्होंने बताया कि पीटीआई के पास मतदान केंद्रों के फॉर्म ४५ का सर्टिफिकेट था, जिससे पता चलता है कि उसके समर्थित उम्मीदवार जीत गए थे, लेकिन आरओ ने उन्हें हारा हुआ घोषित कर दिया।

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