अनिल / रांची
झारखंड प्रदेश के गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड में कभी नक्सलियों के डर से लोग मतदान करने घर से नहीं निकलते थे, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में लोगों ने जमकर मतदान किया। मतदान के लिए लोगों में काफी उत्साह देखा गया। गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में इस बार मतदान को लेकर मतदाताओं में काफी उत्साह दिखा। कभी इस में नक्सलियों के भय से इन क्षेत्रों में मतदाता घर से बाहर नहीं निकलते थे, लेकिन इस चुनाव में इलाके की फिजा बदली हुई दिखी। उग्रवाद प्रभावित जरीडीह, वनपुरा, मंझलाडीह, अकबकीटांड़, चलामो, बरमसिया, भावानंद और जीतकुंडी समेत अन्य गांवों के मतदान केंद्रों पर बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने मतदान करने पहुंचे और अपना मताधिकार का इस्तेमाल किया। कभी इन इलाकों में वोट बहिष्कार के लिए नारे लगा करते थे।
आज बुधवार की सुबह धीरे-धीरे ठंडी हवा चल रही थी। इसके बावजूद स्थानीय लोग लोकतंत्र के महापर्व को लेकर काफी उत्साहित नजर आए। मतदान केंद्र पर एसएसबी के एक दर्जन जवान तैनात थे। उत्क्रमित मध्य विद्यालय वनपुरा में बने मतदान केंद्र सख्या-25 पर वोटरों की लंबी कतार थी। लोग अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। मतदाताओं ने पत्रकारों को बताया कि क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने वोट दिया है। कई लोगों ने मतदान के बाद कहा कि जलपान से पहले मतदान जरूरी है। इसलिए उन्होंने पहले वोट दिया और अब घर जाकर जलपान करेंगे।
अकबकीटांड़ में भी मतदान को लेकर दिखा उत्साह
उग्रवाद प्रभावित जरीडीह पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय (वनपुरा) अकबकीटांड़ में बूथ संख्या 25 और 26 पर मतदान के लिए अकबकीटांड़, खोलोचुंआ, बिशुनपुर और कारीपहरी सुदूर क्षेत्र के ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। शुरुआत में मतदान की गति धीमी शुरू हुई, लेकिन दो घंटे बाद ग्रामीणों की भीड़ लगनी शुरू हो गयी और मतदान का प्रतिशत बढ़ता चलता गया। सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ, एसएसबी, सीआईएसएफ और आईआरबी सहित कई कंपनियों के जवान तैनात किए गए थे।