उमेश गुप्ता / वाराणसी
रामनगर के दुर्गा मंदिर के पास काशी राजपरिवार की जमीन बावन बीघा के झाड़ी में हत्या कर फेंके गए श्याम जी पटेल के मामले का पर्दाफाश कर दिया। श्याम जी पटेल की हत्या इकलौते पुत्र ने ही साढ़ू के बेटे के संग मिलकर की थी। रविवार को पुलिस लाइन में दोनों आरोपियों को मीडिया के सामने पेश कर एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी. ने घटना का खुलासा किया। दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। घटना का खुलासा करने वाली टीम को डीसीपी काशी जोन ने २५ हजार रुपए इनाम की घोषणा की। एडीसीपी काशी जोन सरवणन टी. ने बताया चंदौली के मुगलसराय थाने के गौरड्या गांव निवासी मृतक श्याम जी पटेल रामनगर के निजी स्कूल में सिक्योरिटी गार्ड था। वह एक सप्ताह पहले ही काम शुरू किया था। उसकी ड्यूटी सुबह ७ बजे से शाम ७ बजे तक होती थी। शुक्रवार शाम करीब ८ बजे वह साइकिल से घर के लिए निकला तो पत्नी मीरा देवी से उसकी बात हुई, उसने बताया कि वह दुर्गा मंदिर के पास है, लेकिन थोड़ी देर बाद ही मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। सुबह शव मिलने के बाद पुलिस ने तफ्तीश की तो उसके इकलौते बेटे का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने मृतक के बेटे राजकुमार पटेल और उसके सा़ढ़ू के बेटे मयंक पटेल को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामला खुल गया। पता चला कि राजकुमार पटेल पिछले १२ सालों में अपने मां-बाप से अलग रहता था। मृतक श्यामजी पटेल का १५ बिस्वा जमीन है। ८ लाख रुपए के हिसाब से वह बेचकर अपना तीन लाख रुपए का कर्ज देना चाहता था और बचे पैसे से कुछ नया काम शुरू करना चाहता था, लेकिन पुश्तैनी जमीन को बेचने से श्यामजी पटेल मना करते रहे। रामनगर पुलिस ने केस रजिस्टर्ड होने के ६ घंटे के भीतर ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस ने घटना के अनावरण के लिए जब सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो पता चला कि राजकुमार ने ही अपने पिता श्याम जी पटेल को दुर्गा मंदिर बुलाया था। शराब के शौकीन पिता को राजकुमार ने तीन पाउच देसी शराब, पानी की बोतल और चखना दिया था। नशे में होने के बाद राजकुमार ने अपने साढ़ू के बेटे मयंक के साथ गला दबाकर हत्या कर दी। शव को झाड़ीr में फेंककर सिर और चेहरे पर वजनी चीज से प्रहार कर दिया। घटना करने के बाद राजकुमार पिता का मोबाइल लेकर गांव गया और उसे कूंचकर कुएं में फेंक दिया।
पुलिस पूछताछ में आरोपी बेटा ने बताया कि उसने अपने साढ़ू के बेटे को लालच दिया था कि पिता की हत्या के बाद जमीन बेचने के बाद ८ लाख रुपए मिलेंगे, जिसमें से वह २ लाख रुपए मयंक को देगा। श्यामजी की हत्या के बाद उसकी पत्नी मीरा देवी ने तहरीर देकर रात में रामनगर थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। उधर वारदात के बाद घर से राजकुमार के लापता हो जाने के कारण उसके बेटे प्रियांशु ने दादा श्यामजी को मुखाग्नि दी थी।