सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में लोकसभा चुनाव का प्रचार शुरू हो गया है। राज्य में प्रत्याशियों की प्रचार रैलियां सहित बड़ी-बड़ी सभाएं हो रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल नागपुर जिले के कन्हान में भाजपा के नागपुर लोकसभा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, शिवसेना शिंदे गुट के रामटेक लोकसभा उम्मीदवार राजू पारवे और भंडारा-गोंदिया लोकसभा उम्मीदवार सुनील मेंढे के लिए प्रचार करने के लिए सभा होने वाली थी। सभा में शामिल होने के लिए दोपहर से ही नागपुर, भंडारा और गोंदिया से नागरिकों का आना शुरू हो गया था। बैठक के दौरान काले कपड़े पहने नागरिकों को सभा मैदान में प्रवेश से रोक दिया गया। यदि वे मैदान में प्रवेश करना चाहते हैं तो उनसे अपने काले कपड़े उतारने को कहा गया। कई लोगों को काली टी-शर्ट, टोपी और मोजे उतारने के बाद स्टेडियम में प्रवेश करने की अनुमति दी गई। इसलिए पुलिस जांच दस्ते में काले कपड़ों की भीड़ थी। इस सभा के लिए पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई थी। मैदान में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की सख्ती से जांच की जा रही थी, जो लोग काले कपड़े पहनते हैं उन्हें कपड़े उतारने के लिए कहा जाता था।
मोदी की रैलियों में नागरिकों को काले कपड़े न पहनने के लिए मजबूर करने की कई घटनाएं हुई हैं। सितंबर २०१८ में भोपाल में मोदी की सभास्थल पर लोग इसी तरह गए थे। कुछ दिन पहले चंद्रपुर में हुई बैठक में भी यही नियम लागू किया गया था। मोदी की सभा के लिए २,००० से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे। सात अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, १३ पुलिस उपाधीक्षक, २०० पुलिस अधिकारी, रैपिड एक्शन स्क्वॉड की तीन टुकड़ियां, राज्य रिजर्व बल की दो टुकड़ियां, १,९०० पुलिसकर्मी और महिला पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे।