-राज्य को सालाना २८० करोड़ की चपत
-ठेका रद्द कर जांच की शिवसेना ने की मांग
सामना संवाददाता / मुंबई
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने कल सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि निजी बसों को ठेके पर लेने के नाम पर एसटी महामंडल की ओर से सरकार को लूटने की कोशिश हो रही है। इसके तहत ठेके के नाम पर २,८०० करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है। इस तरह से राज्य को सालाना २८० करोड़ रुपए का चपत लगेगा। दानवे ने मांग की कि सरकार इन ठेकों को रद्द करते हुए जांच करने का आधिकारिक आदेश जारी करे।
शिवालय में कल आयोजित प्रेस कॉन्प्रâेंस में अंबादास दानवे ने मीडिया से बातचीत करते हुए इस घोटाले के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गुजरात के मे. ट्रेवेल्स प्रा. लि., केरल के मे. एंथोनी रोड ट्रांसपोर्ट सोल्यूशन प्रा. लि. और दिल्ली के सिटी लाइफलाइन ट्रेवेल्स प्रा.लि. नामक तीनों कंपनियों ने एसटी महामंडल को १,३१० निजी बसों को बढ़ी हुई दर से लीज पर दिया है इसलिए २,८०० करोड़ रुपए का भार सरकार पर पड़ेगा। दानवे ने कहा कि इस ठेके के लिए तकनीकी योग्यता निविदाएं चुनाव आचार संहिता की घोषणा से कुछ मिनट पहले खोली गर्इं, जबकि वित्तीय निविदाएं शीतकालीन सत्र के दौरान खोली गर्इं। राजमुद्रा कंपनी के माध्यम से सांगली विभाग में ऐसी १०० बसें संचालित हो रही हैं। इन्हें डीजल सहित प्रति किलोमीटर ४४.३८ रुपए का भुगतान किया जा रहा है। हालांकि, उक्त तीनों कंपनियों को प्रति किलोमीटर ६३ रुपए का भुगतान किया जा रहा है, यानी प्रति किलोमीटर १९ रुपए से ज्यादा चुकाने होंगे। दानवे ने कहा कि इससे हर साल २८० करोड़ रुपए का नुकसान होगा और अगर दस साल का ठेका दिया गया तो राज्य को २,८०० करोड़ रुपए का नुकसान होगा। बताया जा रहा है कि सरकार ने एसटी महामंडल के पैâसले पर रोक लगा दी है, लेकिन कोई आधिकारिक आदेश जारी नहीं किया गया है। इस दौरान दानवे ने मांग की कि इन्हें तुरंत हटाया जाए और इन ठेकों की जांच की जाए।