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‘घाती’ के नगर विकास विभाग में रु. ७४ करोड़ का घोटाला! … आदित्य ठाकरे का गंभीर आरोप

सामना संवाददाता / मुंबई
किसानों को जब पैसे देने की बात आती है, तब उनके पास पैसे नहीं होते हैं, लेकिन जब ठेकेदारों को पैसे देने की बात आती है, तब उनके पास पैसे आ जाते हैं। इस तरह का तंज कसते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता व विधायक आदित्य ठाकरे ने गंभीर आरोप लगाए हुए कहा कि ‘घाती’ के नगर विकास विभाग में ७४ करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है।
‘मातोश्री’ निवास स्थान पर आदित्य ठाकरे ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि इन गद्दारों ने केवल शिवसेना, उद्धव ठाकरे और शरद पवार से ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र से गद्दारी की है। एक ओर हर तरफ लूटपाट हो रही है, चाहे वह सड़क घोटाला हो, वेंडिंग मशीन हो, पुणे में नदी विकास परियोजना हो या वेताल टेकडी हो और दूसरी ओर महिलाओं पर अन्याय और अत्याचार बढ़ा है। महाराष्ट्र को नुकसान हुआ है। सूखा, ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के बाद भी एकनाथ शिंदे सरकार ने किसानों की मदद नहीं की। यह सरकार न किसानों की है, न महिलाओं की, न युवाओं की, यह सरकार सिर्फ ठेकेदारों की है।
इस सरकार के मालिक भले ही अडानी हैं, लेकिन इसके पसंदीदा ठेकेदार सरकार के पसंदीदा बिल्डर हैं। कल की सभा में शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जब महाविकास आघाड़ी सरकार आएगी तो हम धारावीकरों को उनके हक का घर देंगे और अडानी को दिया गया ठेका रद्द कर देंगे।

ठेकेदारों की जेब में कैसे जा रहा है ये पैसा?
आदित्य ठाकरे का सीधा सवाल

जरूरी गर्च के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है मगर फालतू कार्यों पर गर्छा किया जा रहा है। नगर विकास विभाग में घोटाला हुआ है। यह विभाग सीधे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के अधिकार क्षेत्र में आता है। मुंबई के कई क्षेत्रों में मेट्रो का काम चल रहा है। कई जगहों पर ये काम पूरे नहीं हुए हैं। काम पूरा न होने के बावजूद उनके पिलर्स पर रंग-रोगन कर दिया जाता है। काम पूरा होने पर इन्हें फिर से रंगा जाएगा। इस रंग-रोगन पर लगभग ७४ करोड़ ४१ लाख रुपए खर्च किए गए हैं। उनके पास ‘बेस्ट’ को भुगतान करने के लिए पैसे नहीं हैं। पुरानी पेंशन देने के लिए पैसे नहीं हैं। बोनस के लिए पैसे नहीं हैं तो फिर इस प्रोजेक्ट में अतिरिक्त खर्चा क्यों और किसके लिए हो रहा है? यह घोटाला नहीं तो क्या है? इस तरह का जोरदार हमला युवासेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे ने किया। उन्होंने कहा कि २३ तारीख को हमारी महाविकास आघाड़ी सरकार बनेगी। इसके बाद इन सभी घोटालों की जांच करके और जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आदित्य ठाकरे ने सवाल किया कि काम पूरा होने से पहले रंग-रोगन करने का क्या औचित्य है? मुंबई में कई मेट्रो तो पूरी ही नहीं हो पाई हैं। ऐसे में उनका रंग-रोगन करने की क्या जरूरत है? इतना बड़ा कॉन्ट्रैक्ट और ७४ करोड़ की अतिरिक्त लागत? ये लोगों का पैसा है, उनके ‘खोके’ का पैसा नहीं है। सरकार के पास आम जनता और किसानों के लिए पैसा नहीं है तो ये पैसा ठेकेदारों की जेब में वैâसे जा रहा है? ये सीधा सवाल आदित्य ठाकरे ने पूछा। इसके साथ ही आदित्य ठाकरे ने कहा कि एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस क्लस्टर के नाम पर जो गावठन हजम करना चाहते हैं, उसे हम नहीं होने देंगे। इस चुनाव के लिए भाजपा ने बाहर से लोग बुलाए हैं। इस बारे में आदित्य ठाकरे ने कहा कि पंकजा मुंडे ने कल बताया कि गुजरात से ९० हजार लोग मुंबई और महाराष्ट्र को प्रभावित करने आए हैं। यह स्पष्ट है कि अगर राज्य में महाविकास आघाड़ी जीतती है तो महाराष्ट्र जीतेगा और अगर महायुति जीतती है तो गुजरात जीतेगा। महाराष्ट्र की जनता पर रौब जमाने के लिए गुजरात से ९० हजार लोग क्यों लाए गए? आदित्य ठाकरे ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में ऐसी क्या बात है कि गुजरात से ९० हजार लोगों को भाजपा का प्रचार करने के लिए यहां आना पड़ा।

शिवतीर्थ की सभा में मन-कुर्सियां दोनों खाली
आदित्य ठाकरे ने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि जहां मेरे दादा हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे का स्मृति स्थल है, उस स्थान पर सभा लेने की उनकी हिम्मत हो गई। वहां विशाल सभा का आयोजन भले ही उन्होंने किया, लेकिन कुर्सियां खाली थीं। केवल कुर्सियां ही नहीं, बल्कि उनका मन और हृदय दोनों ही खाली थे।
घुमाया जा रहा फर्जी लेटर
मागाठाणे विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से खड़े महाविकास आघाड़ी के अधिकृत प्रत्याशी उद्देश पाटणकर के नाम से एक लेटर घुमाया जा रहा है। इस लेटर में उद्देश पाटेकर द्वारा शिंदे गुट के प्रत्याशी को समर्थन दिए जाने का दावा किया जा रहा है। हालांकि, ये लेटर फर्जी है और उद्देश पाटणकर ने इसे लेकर पुलिस में शिकायत की है। इस पर आदित्य ठाकरे ने कहा कि यदि इस संदर्भ में चुनाव अयोग ने कार्रवाई नहीं की तो हम समझेंगे कि वह भाजपा का बर्तन घिस रहा है।

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