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वसई-विरार में आवारा कुत्तों का आतंक!.. ११ माह में ३३ हजार लोगों को काटा

-पकड़ने और नसबंदी पर करोड़ों खर्च करती है मनपा…एक नसबंदी केंद्र से चलाया जा रहा काम

राधेश्याम सिंह / विरार

वसई-विरार शहर में आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। हर दिन इस वर्ष १०० लोगों को आवारा कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आर्इं। वसई-विरार महानगर पालिका के पास केवल एक कुत्ता नसबंदी केंद्र है और इस केंद्र को चलाने वाले ठेकेदार के पास केवल एक कुत्ता पकड़ने वाला वाहन है। इस वजह से आवारा कुत्तों की नसबंदी धीमी गति से हो रही है। फिलहाल, आवारा कुत्ते के काटने के बाद प्रत्येक व्यक्ति पर ३१५ रुपए का खर्च आता है। वहीं महानगरपालिका को प्रत्येक आवारा कुत्ते की नसबंदी का खर्च ९१५ रुपए आता है। ऐसे में महानगरपालिका आवारा कुत्ते के काटने के बाद हर व्यक्ति के इलाज और आवारा कुत्तों की नसबंदी पर करोड़ों रुपए खर्च करती है। फिर भी महानगरपालिका प्रशासन आवारा कुत्तों के काटने की घटनाओं को रोकने में सफल नहीं हो सका है।
इस वर्ष २०२४ में १ जनवरी से ३० नवंबर २०२४ तक ११ महीने में विभिन्न इलाकों में ३३ हजार १७ कुत्तों के काटने की घटनाएं सामने आई। वहीं २०२३ में आवारा कुत्तों की काटने की ३० हजार २४३ घटनाएं हुर्इं। आवारा कुत्तों के बढ़ते उत्पात से नागरिक भयभीत हैं। वसई के नवघर में एकमात्र कुत्ता नसबंदी केंद्र है। वह केंद्र भी मरम्मत के कारण पिछले तीन माह से बंद है, लेकिन इतने बड़े शहर में आवारा कुत्तों को पकड़ने के लिए केवल एक ही वाहन है, इसलिए पकड़ने और नसबंंदी करने की गति धीमी है।
नसबंदी के लिए केवल एक केंद्र
वर्तमान में महानगरपालिका के पास कुत्तों की नसबंदी के लिए एक ही केंद्र है। यह केंद्र नवघर, वसई पूर्व में स्थित है। महानगपालिका ने नवंबर २०२० में इसके जीर्णोद्धार का काम शुरू किया था। मनपा ने पुराने ढांचे को तोड़कर उसके ऊपर नया भवन बनाकर वर्तमान में इस केंद्र का पूर्ण निर्माण करा दिया है। पिछले साल से यह केंद्र बंद होने से शहर में कुत्तों की नसबंदी भी बंद है। इससे शहर में कुत्तों की जनसंख्या में बढ़ोतरी हो गई है।
तीन वर्षों में टीकों पर १ करोड़ ७० लाख रुपए से अधिक खर्च
वसई-विरार महानगपालिका के अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, पिछले तीन सालों में १० हजार २५५ आवारा कुत्तों की नसबंदी की गई है। एक कुत्ते की नसबंदी के लिए ९९६ रुपए खर्च आता है । वसई के नवघर में महानगरपालिका के कुत्ता नसबंदी केंद्र में हर दिन १८ से २० आवारा कुत्तों की नसबंदी की जाती है। महानगरपालिका ने विद्युतीकरण पर तीन साल में एक करोड़ रुपए खर्च किए हैं। सोचने की बात यह है कि इसके लिए मनपा ने पिछले ८ महीनों में टीकों पर ४२ लाख ७० हजार रुपए खर्च किए हैं। पिछले तीन वर्षों में टीकों पर १ करोड़ ७० लाख रुपए से अधिक खर्च किए गए हैं।

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