रवीन्द्र मिश्रा / मुंबई
तुंगारेश्वर मंदिर मार्ग पर पड़ने वाले पहले नाले के ऊपर बनाए गए पुल का उद्घाटन महाराष्ट्र के प्रसिद्ध संत बालयोगी सदानंद के हाथों 10 जून की शाम को 5 बजे किया गया। 30 मीटर लंबा तथा 6 मीटर चौड़ा बने इस पुल से तुंगारेश्वर मंदिर आने-जाने वाले भक्तों को काफी सहूलियत होगी। बाप्पा सीताराम मंदिर से कुछ दूर स्थित यह नाला सैलानियों के लिए बरसात के दिनों में खतरा बन जाता था। उस नाले को पार करने में लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती थी। लोग अपने वाहन इसी पार छोड़ कर पैदल तुंगारेश्वर मंदिर चल कर जाते थे। इस पुल के बन जाने से शिव भक्त आसानी से अब तुंगारेश्वर मंदिर पहुंच सकते हैं। परशुराम कालीन इस मंदिर में भक्तों की बहुत आस्था है। श्रावण के महीने तथा महाशिवरात्रि के समय यहां शिव भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। यहां मंदिर दर्शन के साथ-साथ लोग प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद उठाने आते हैं। नव निर्माण पुल के उद्घाटन के अवसर पर हितेंद्र ठाकुर, काशीनाथ पाटील, मिलिंद घरत, रमेश घोरकाना, पुरुषोत्तम पाटील, काशीनाथ पिलाना, शीनकर भीमरा, मनीष टोकर, लक्ष्मण पाटील, गणेश हिंगा, महादेव भड़गे, दत्ता हिंगा, मनोहर राठौड़, विष्णु हिंगा, विनोद वढान, गणेश भीमरा, मनीष टोकरे, अरुण सामोसा सहित कई अन्य गणमान्य तथा भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे । इस अवसर पर तुंगारेश्वर मंदिर ट्रस्ट के सचिव कमलाकर पाटील ने सभी अतिथियों को पुष्प गुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया।