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अंधेरे में भारत का भविष्य! …देश में १० लाख से ज्यादा बच्चे स्कूल से बाहर

देश में एक बार फिर से चौंकानेवाली जानकारी सामने आ रही है। देशभर में लाखों बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं। भारत सरकार के यह आंकड़े काफी हैरान करने वाले हैं। स्कूल न जा पाने वाले बच्चें की संख्या सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में है। इसके बाद झारखंड और असम दूसरे-तीसरे नंबर पर हैं। सदन के शीतकालीन सत्र के दौरान केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने यह आंकड़े जारी किए हैं। सदन में एक लिखित प्रश्न का उत्तर देते हुए केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने बताया कि स्कूल न जाने वाले कुल ११,७०,४०४ बच्चों की पहचान की गई है। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने यह भी कहा कि ऐसे बच्चों की अधिकतम संख्या उत्तर प्रदेश में है।
बता दें कि केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने इस दौरान बताया कि शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग `प्रबंध’ यानी प्रोजेक्ट अप्रेजल, बजटिंग, अचीवमेंट्स एंड डेटा हैंडलिंग सिस्टम पोर्टल का रखरखाव करता है। प्रबंध पोर्टल पर ही राज्य और केंद्र शासित प्रदेश के अधिकारी ही स्कूल से बाहर के बच्चों से संबंधित डेटा प्रदान और अपडेट करते हैं। इन्हीं आकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने सदन के शीतकालीन सत्र के दौरान सांसदों को यह जानकारी दी। बता दें कि पिछले साल तत्कालीन केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने बताया था कि प्राथमिक स्तर पर ९,३०,५३१ बच्चे स्कूल से बाहर हैं। इस दौरान उन्होंने बताया था कि उत्तर प्रदेश में ३.९६ लाख बच्चे स्कूल से बाहर हैं।

पढ़ाई में पिछड़ा उत्तर प्रदेश
स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों की सबसे ज्यादा संख्या उत्तर प्रदेश में है। उत्तर प्रदेश में स्कूल न जाने वाले बच्चों की संख्या ७.८४ लाख है। इसके बाद झारखंड दूसरे नंबर पर है। झारखंड में यह संख्या ६५ हजार से अधिक है। वहीं, स्कूल न जाने वाले बच्चों की संख्या असम में तीसरे नंबर पर है। असम में इनकी संख्या ६३ हजार से अधिक है।

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