– शिवसेना जम्मू ने केंद्र सरकार पर कसा तंज
-बंटेंगे-कटेंगे का पता नहीं, भूख-कुपोषण से जरूर मरेंगे
देश में फल, सब्जियां एवं खाद्य पदार्थों के दामों में आग लगी है, महंगाई आसमान छू रही है और भारतीय रुपया रसातल में जा रहा है। वहीं जम्मू-कश्मीर में महंगाई और कालाबाजारी की जुगलबंदी से आमजन के लिए दो जून की रोटी जुटाना भी मुश्किल बनता जा रहा है। ऐसा तंज शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष के जम्मू-कश्मीर इकाई प्रमुख मनीष साहनी ने केंद्र सरकार पर कसा है। उन्होंने कहा कि ये महंगाई आमजन के लिए डायन है, वहीं भाजपा के लिए डार्लिंग बन गई है।
जम्मू के इंदिरा चौक में पार्टी इकाई प्रमुख मनीष साहनी के नेतृत्व में एकत्रित शिवसैनिकों ने `जनता महंगाई से त्रस्त, सरकार चुनावों में मस्त’, `महंगाई सातवें आसमान और रुपया रसातल में’, `महंगाई व कालाबाजारी पर नकेल कब’, मोदी राज में डार्लिंग क्यों हुई महंगाई’? लिखे पोस्टर लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। साहनी ने कहा कि आम आदमी की थाली से पोषण आहार के साथ समान्य दाल-रोटी भी गायब होने लगी है। वहीं जम्मू-कश्मीर में महंगाई और कालाबाजारी की जुगलबंदी से महंगाई दर अन्य राज्यों के मुकाबले उच्चतम स्तर पर बनी हुई है। उन्होंने कहा कि २०१४ में बहुत हुई महंगाई की मार, महंगाई डायन खाय जात जैसे नारे देकर सत्ता में पहुंची भाजपा के साढ़े दस साल के शासनकाल के दौरान भी महंगाई पर लगाम नहीं लग पाई है। अब `बंटेंगे-कटेंगे’ का नारा लगाया गया है। अगर महंगाई, बेरोजगारी का यही सिलसिला जारी रहा तो आम जनता की भूख-कुपोषण से मौत लगभग तय है। इस मौके पर मीनाक्षी छिब्बर, जय भारती, विकास बख्शी, संजीव कोहली, राज सिंह, गीता लखोत्रा, पवन सिंह, डिंपल, विनय सिंह जामवाल, अजय कुमार समेत कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।