मुख्यपृष्ठस्तंभउत्तर की उलटन-पलटन : कॉलर ने कर दिया कांड

उत्तर की उलटन-पलटन : कॉलर ने कर दिया कांड

श्रीकिशोर शाही

लोकसभा चुनाव अपने पूरे शबाब पर पहुंच चुका है। अब तो समर्थकों के बीच कूटा-कूटी भी देखने को मिल जा रही है, मगर अभी तक किसी प्रत्याशी को किसी ने हाथ नहीं लगाया था। दिल्ली ने यह कमी भी पूरी कर दी। उत्तर पूर्वी दिल्ली में कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार और भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी के बीच जोरदार जंग छिड़ी हुई है। रोज टोकरी भर-भरकर विष वमन किया जा रहा है। इसी बीच एक कांड हो गया। चुनाव प्रचार के दौरान एक युवक कन्हैया से उलझ पड़ा। माला पहनाने के बहाने वह कन्हैया के पास पहुंच गया और कॉलर पकड़कर थप्पड़ जड़ दिया। सब अवाक! फिर तुरंत कन्हैया के समर्थकों ने उस शख्स को पकड़ा और… उसकी जो धुलाई हुई कि पूछिए मत। बताया जाता है कि कन्हैया ने पीएम मोदी पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि मैं कॉलर पकड़कर अपना पुराना वीडियो मांगता हूं, लेकिन दिखाते क्यों नहीं हो? अगर हमने कोई गलती की है और तुम्हारे पास कोई सबूत है तो तुम १८ महीने से मनीष सिसोदिया को जेल में बंद करके रखे हो, लेकिन मैं ८ साल से घूम रहा हूं। मैं कॉलर पकड़कर तुम्हारी औकात बता रहा हूं, क्योंकि मैं सच के साथ खड़ा हूं। बस यह बात उस युवक को शायद रास नहीं आई और उसने ये कॉलर कांड कर दिया। ऐसे में पब्लिक के बीच प्रत्याशियों को सतर्क रहने की जरूरत है।
बिहार पुलिस में भी अग्निवीर?
मोदी सरकार भारतीय सेना में अग्निवीर योजना ले आई है, जिसका काफी विरोध हुआ है। इसका कारण है कि यह सिर्फ ४ साल की नौकरी है। अब चुनाव के इस मौसम में बिहार में फिर अग्निवीर योजना की गूंज सुनाई पड़ रही है। कहा जा रहा है कि भाजपा जल्द ही बिहार पुलिस में भी यह योजना लागू करनेवाली है। अब यह चर्चा हो ही रही थी कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने चुनावी मौसम में यह चर्चा छेड़ दी। इसके बाद युवाओं का गुस्सा फिर भड़क उठा। तेजस्वी यादव ने पुलिस विभाग में भी सेना की तरह अग्निवीर योजना लाने की मंशा रखने का भाजपा पर आरोप लगाया है। तेजस्वी का कहना है कि पूरे देश में युवाओं के बीच जो सबसे बड़ा मुद्दा बन रहा है, वह अग्निवीर योजना है। हमारी अधिकारियों से बात हुई है। सरकार पुलिस में भी अग्निवीर योजना लाना चाहती है। अब भाजपा ने इस बारे में कहां क्या बोला है यह तो नहीं पता पर इतनी बड़ी बात यूं ही तो नहीं कही गई होगी। वैसे भी चुनाव में हल्की सी भी जबान फिसलने पर सामनेवाला नेता उसे फौरन ले उड़ता है इसलिए तोल-मोल के बोलने में ही भलाई है, वरना डिब्बा गोल होते कितनी देर लगनेवाली है…
हिमाचल में दो विकेट डाउन
लोकसभा चुनाव में दल-बदल का खेल चल ही रहा है, इस बीच में कहीं-कहीं बगावत भी देखने को मिल रही है। हिमाचल प्रदेश में भाजपा को जबरदस्त झटका लगा है। नतीजतन, वहां भाजपा के दो विकेट डाउन हो गए। असल में लोकसभा चुनाव के साथ ही वहां विधानसभा के उपचुनाव भी हो रहे हैं। वहां दो भाजपा नेताओं ने बगावत का झंडा उठा लिया। ऐसे में भाजपा ने पार्टी के खिलाफ काम करने के इल्जाम में दोनों नेताओं को ६ वर्षों के लिए निष्कासित कर दिया। लाहौल स्फीति में रामलाल मार्वंâडेय एवं धर्मशाला विधानसभा में राकेश चौधरी को निर्दलीय विधानसभा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने की वजह से यह कार्रवाई की गई है। बता दें कि हिमाचल में विधानसभा की ६ सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं, वहीं ४ लोकसभा सीटों पर ५१ उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। अब देखना है कि हिमाचल की जनता ४ जून को क्या पैâसला सुनाती है।

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