मुख्यपृष्ठस्तंभनिवेश गुरु : सफलता की कुंजी

निवेश गुरु : सफलता की कुंजी

भरतकुमार सोलंकी
मुंबई

अनुशासन हर व्यक्ति के जीवन में सफलता का मूल आधार है, चाहे वह नौकरीपेशा हो, व्यवसायी हो या निवेशक। नौकरीपेशा व्यक्ति के लिए अनुशासन का अर्थ है समय पर दफ्तर पहुंचना और अपने निर्धारित कार्यकाल में पूरी निष्ठा के साथ कार्य करना। जब कोई व्यक्ति अपने कार्यालय के समय में निजी कार्यों को प्राथमिकता देता है, तो उसका कार्य प्रदर्शन प्रभावित होता है और उसका प्रमोशन या वेतन वृद्धि सीमित हो जाती है। इसके विपरीत वे लोग जो दफ्तर के निर्धारित समय के बाहर भी अपने कार्य पर चिंतन और प्रयास करते हैं, वे अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त करते हैं। ऐसे लोग अपनी शुरुआत एक साधारण कर्मचारी के रूप में करते हैं, लेकिन अनुशासन और मेहनत के बल पर शीर्ष प्रबंधकीय पदों तक पहुंचते हैं।
व्यापार-व्यवसाय में भी अनुशासन उतना ही आवश्यक है। एक व्यवसायी के लिए अपने वर्किंग ऑवर्स के अलावा भी अपने व्यवसाय की बारीकियों पर ध्यान देना और उसे लगातार बेहतर बनाने का प्रयास करना अनिवार्य है। सफलता रातोंरात नहीं मिलती; इसके पीछे वर्षों की मेहनत, दूरदृष्टि और अनुशासन छिपा होता है। जब लोग किसी व्यवसायी की तेजी से बढ़ती सफलता देखते हैं, तो उन्हें केवल उसका परिणाम दिखता है, लेकिन उस व्यक्ति ने जो लंबी अवधि में अनुशासित प्रयास किए होते हैं, वे अक्सर छिपे रहते हैं। यही अनुशासन एक व्यवसायी को असफलताओं से सीखने और अपने व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक ले जाने की क्षमता प्रदान करता है। अब बात करें निवेश की, तो इसमें भी अनुशासन, समय और कौशल का उतना ही महत्व है जितना नौकरी और व्यवसाय में। निवेश प्रबंधन में सफलता के लिए समय का सही उपयोग और अनुशासन से जुड़े पैâसले बेहद महत्वपूर्ण है। अनुशासन के बिना कोई भी निवेशक अपने वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त नहीं कर सकता। उदाहरण के लिए, नियमित रूप से बचत करने और निवेश करने की आदत, जैसे सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी), लंबी अवधि में बड़ा धन संचित करने में मदद करती हैं। निवेश में समय का महत्व भी गहरा है। जो लोग धैर्य रखते हैं और अपने निवेश को समय देते हैं, वे बाजार की अस्थिरता से घबराते नहीं और लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न प्राप्त करते हैं। कौशल की भूमिका निवेश के सही विकल्प चुनने में होती है। जैसे एक व्यवसायी को अपने उत्पाद और बाजार की पूरी जानकारी होनी चाहिए, वैसे ही निवेशक को भी वित्तीय बाजार, म्युचुअल फंड्स, स्टॉक्स या अन्य साधनों का ज्ञान होना चाहिए। अंत में, चाहे आप नौकरी कर रहे हों, व्यवसाय चला रहे हों या अपने पैसे का प्रबंधन कर रहे हों, अनुशासन, समय और कौशल के बिना किसी भी क्षेत्र में सफलता प्राप्त करना असंभव है। निवेश में अनुशासन और दूरदृष्टि न केवल आर्थिक स्थिरता प्रदान करते हैं, बल्कि आपको दीर्घकालिक वित्तीय स्वतंत्रता की ओर भी ले जाते हैं। यही कारण है कि अनुशासन को जीवन के हर पहलू में अपनाना सफलता का मूल मंत्र है।
(लेखक आर्थिक निवेश मामलों के विशेषज्ञ हैं)

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