कहा- जनहित के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा
सामना संवाददाता / मुंबई
चुनाव आयोग की मदद से मतगणना में हेर-फेर कर महाराष्ट्र में जनता के वोटों की चोरी कर महायुति की सरकार बनी है। चोरी के बहुमतवाली नई सरकार की स्थापना विवादों में घिरी हुई है। तीन दलों के अंदरूनी विवाद के चलते महाराष्ट्र की छवि पूरे देश में धूमिल हुई है, ऐसा जोरदार हमला कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने भाजपा नेतृत्व वाली महायुति पर बोला।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहू महाराज, फुले, और डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के स्वाभिमानी महाराष्ट्र को गुजरात समर्थक नई सरकार से कोई ठेस नहीं पहुंचनी चाहिए। अन्यथा कांग्रेस के विरोध का सामना करना पड़ेगा। सरकार गठन पर नाना पटोले ने कहा कि महायुति के पास बहुमत होते हुए भी सरकार बनाने के लिए जद्दोजहद करनी पड़ी। एकनाथ शिंदे और अजीत पवार को सरकार में खास महत्व नहीं दिया जा रहा। दोनों नेताओं को दिल्ली में जाकर मंत्री पद की भीख मांगनी पड़ रही है। अब भाजपा को शिंदे की कोई जरूरत नहीं और बहुमत मिलते ही भाजपा और मोदी-शाह ने शिंदे और पवार को उनकी जगह दिखा दी है।
पटोले ने कहा कि भाजपा को अपनी चुनावी घोषणाओं पर तुरंत अमल करना चाहिए। इनमें किसानों की कर्जमाफी, कृषि पंपों के बिजली बिल माफ करना, महिलाओं को २१०० रुपए मासिक और २.५ लाख रिक्त पदों की भर्ती जैसी घोषणाएं शामिल हैं।