सामना संवाददाता / मुंबई
आज किसानों की दशा खराब है। उनकी फसलें बर्बाद होने पर सरकार न तो बीमा की राशि दे रही है और न ही उन्हें मुआवजा मिल रहा है। आज जिस तरह से क्लाइमेट चेंज हो रहा है, उससे किसानों के लिए समस्या और बढ़ने वाली है। ऐसे में किसानों को कर्ज के बोझ सहित तमाम समस्याओं से उबारना सरकार का काम है। ऐसा शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्ष नेता व विधायक आदित्य ठाकरे माणदेशी मेला में बोल रहे थे। दादर स्थित रविंद्र नाट्य मंदिर में आयोजित माणदेशी का आयोजन किया गया है। इस मेले में किसानों और उनके परिवार के लिए वैकल्पिक व्यवसाय को बढ़ावा देने का विचार प्रसारित किया जा रहा है। किसानों के द्वारा ग्रामीण इलाकों में तैयार होने वाले हस्तकला की वस्तुओं को इस संस्था के माध्यम से बड़े पैमाने पर बेचा जा रहा है। आदित्य ठाकरे ने कहा कि आज के समय में किसानों को वैकल्पिक व्यवसाय की तरफ बढ़ने की जरूरत है। उन्हें आर्थिक रूप से टिकने के लिए ऐसे विकल्प और विचार करना चाहिए। यह संस्था किसानों को प्रशिक्षित करके और उनके द्वारा हस्तकला वस्तुओं को बिक्री कर उन्हें आर्थिक सहयोग कर बढ़ावा दे रही है। इस बड़ी बात पर सरकार को भी विचार करना चाहिए। सरकार की जिम्मेदारी है कि किसानों का किस तरीके से उत्थान किया जाए, इस पर एक विस्तृत योजना लानी चाहिए।