मुख्यपृष्ठखेलरहा शानदार सफर रानी ने लिया संन्यास

रहा शानदार सफर रानी ने लिया संन्यास

२००८ में ओलिंपिक क्वालीफायर में १४ वर्ष की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय हॉकी में डेब्यू करनेवाली २९ वर्षीय हॉकी टीम की पूर्व कप्तान रानी रामपाल द्वारा संन्यास की घोषणा करते ही उनके १६ साल के करियर का अंत हो गया। भारत के लिए २५४ मैचों में २०५ गोल करनेवाली रानी को जहां २०२० में मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया, वहीं उसी वर्ष उन्हें ‘पद्मश्री’ से भी सम्मानित किया गया था। २०२१ में तोक्यो खेलों के दौरान ओलिंपिक में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए रानी की अगुआई में भारत ने चौथा स्थान हासिल किया था। हरियाणा की रहनेवाली रानी रामपाल ने प्रेस कॉन्प्रâेंस में कहा, ‘यह एक शानदार सफर रहा है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं भारत के लिए इतने लंबे समय तक खेलूंगी। मैंने बचपन से बहुत गरीबी देखी है, लेकिन मेरा ध्यान हमेशा देश का प्रतिनिधित्व करने पर था।’ एक साल पहले रानी रामपाल को विमेंस टीम का कोच नियुक्त किया गया था।

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