•महाकुंभ में किया जाएगा प्रदर्शित
विक्रम सिंह/सुल्तानपुर
इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने स्वामी विवेकानन्द का विशाल चित्र कील-धागों से बनाया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का दावा है कि स्ट्रिंग आर्ट (कील-धागा) की ये प्रतिकृति विश्व में सबसे विशाल है। सुल्तानपुर में परिषद के प्रांतीय अधिवेशन में दर्शाने के बाद अब इस इसे प्रयागराज के महाकुंभ में प्रदर्शित किया जाएगा।
इस कलाकृति का आकार १०×१० फिट है और इसमें २४० कील और ५५११ बार धागा लगाकर बनाया गया है। जिसके मुख्य कलाकार शिवा मोदनवाल हैं और इस टीम को अतुल कुमार सिंह ने लीड किया है। जो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद काशी प्रान्त के राष्ट्रीय कला मंच संयोजक के दायित्व पर हैं। इन विद्यार्थियों ने जो कलाकृति बनाई उसको स्ट्रिंग आर्ट बोलते हैं। इस अधिवेशन में आए सभी प्रतिनिधियों एवं अतिथियों ने इस कला की बहुत तारीफ की और आगे बढ़ने की शुभकामनाएं दीं। यह कला विद्यार्थी परिषद के कार्यक्रम में पहली बार दिखाई और बनाई गयी है। स्वामी विवेकानंद जी के इस चित्र को महाकुंभ (प्रयागराज) में प्रदर्शनी के रूप में रखा जाएगा।
स्वामी विवेकानंद की कलाकृति बनाने वाले स्ट्रिंग टीम के सदस्यों में शिवा मोदनवाल,अतुल कुमार सिंह, निधि गौतम, शिवम सिंह, शिवा सिंह, श्रेया मिश्रा, ज्योति चौहान, अर्चना राव, नंदनी कुमारी शामिल रहे। अभाविप प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ संतोष सिंह अंश ने बताया कि अभाविप कुशभवनपुर अधिवेशन में यह स्ट्रिंग आर्ट आकर्षण का केंद्र रही, स्वामी विवेकानंद युवावों के प्रेरणास्रोत है। अधिवेशन में युवाओं के साथ आने वाले सभी लोगो ने इस आर्ट के साथ सेल्फी ली। स्ट्रिंग आर्ट टीम द्वारा विवेकानंद के साथ कुश महाराज, लोकमाता अहिलाबाई का सैंड आर्ट , विशाल रंगोली बनाकर अधिवेशन में चार चांद लगाने के लिये एबीवीपी के क्षेत्रीय संगठन मंत्री घनश्याम शाही, राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल ,प्रान्त संगठन मंत्री अभिलाष, प्रान्त अध्यक्ष प्रो सूचिता त्रिपाठी, प्रान्त मंत्री अभय प्रताप सिंह, प्रान्त उपाध्यक्ष डॉ संतोष अंश,राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शुभेन्द्रवीर, जिला संयोजक तेजस्व पाण्डेय, जिला संगठन मंत्री, विभाग संयोजक शिवम दुबे, रितिक द्विवेदी, विपुल मिश्र उत्कर्ष ने धन्यवाद दिया।