– विधानसभा चुनाव में होगा खेल?
सामना संवाददाता / पटना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रहे और पूर्व सांसद मंगनी लाल मंडल कल आरजेडी में शामिल हो गए। आरजेडी से ही वे जेडीयू में गए थे। अब घर वापसी हो गई है। मंगनी लाल मंडल अति पिछड़ों के बड़े नेता हैं। इसी साल विधानसभा चुनाव है और अब सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है कि क्या आरजेडी की ओर से चुनाव में खेल करने की तैयारी है?
प्रदेश कार्यालय में तेजस्वी यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर मंगनी लाल मंडल ने कहा कि मैं अपने पुराने घर लौट आया हूं। लालू यादव हमारे नेता हैं। हमारे पुराने सहयोगी हैं। लालू ने अपने कार्यकाल में सामाजिक न्याय को शक्ति प्रदान की। मैं पांच साल जेडीयू में था। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया गया, लेकिन मुझसे काम नहीं लिया गया। जेडीयू में आंतरिक लोकतंत्र नहीं है। मंगनी लाल मंडल ने कहा कि बिहार में जातीय गणना महागठबंधन सरकार में हुई। आरक्षण का दायरा ६५ फीसदी किया गया। तेजस्वी के कारण यह सब हुआ। इसके बाद हाई कोर्ट ने ६५ फीसदी आरक्षण को रद्द कर दिया। नीतीश कुमार ने क्यों नहीं संविधान की नौवीं अनुसूची में इसे डलवाया? उन्होंने कहा कि जेडीयू और बिहार को सिर्फ तीन आदमी चला रहे हैं। इस मौके पर तेजस्वी यादव ने कहा कि मंगनी लाल मंडल की घर वापसी हुई है। हमारी ताकत बढ़ेगी। उनका मार्गदर्शन मिलेगा। अनुभवी समाजवादी नेता साथ आए हैं। पार्टी में अहम भूमिका मिलेगी। सब साथ मिलकर बीजेपी के खिलाफ लड़ेंगे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि सबसे ज्यादा वोट बीजेपी को बिहार से मिले, लेकिन केंद्र सरकार ने बिहार के लिए कुछ नहीं किया। सौतेला व्यवहार किया गया। वोट लेते हैं बिहार से और सब कुछ गुजरात को दे देते हैं। बढ़े हुए आरक्षण को पटना हाई कोर्ट ने रद्द किया था। सुप्रीम कोर्ट में लड़ेंगे।