मुख्यपृष्ठस्तंभजीवन दर्पण : करियर होगा बेहतरीन करें हनुमान चालीसा का पाठ

जीवन दर्पण : करियर होगा बेहतरीन करें हनुमान चालीसा का पाठ

– डॉ. बालकृष्ण मिश्र

गुरु जी, मेरा करियर कैसा है और शादी कब तक होगी?
– पवन कुमार पांडे
(जन्म- १३ जुलाई १९९९, समय- प्रात: ७ बजे, स्थान- सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश)
पवन कुमार जी, आपका जन्म मंगलवार के दिन पुनर्वसु नक्षत्र के द्वितीय चरण में हुआ है और आपकी राशि कर्क है। तिथि के आधार पर अगर हम देखें तो अमावस्या तिथि को और जन्म कुंडली के आधार पर देखें तो कर्क लग्न में आपका जन्म हुआ है। कर्क लग्न का स्वामी चंद्रमा यदि कुंडली में १२वें भाव पर बैठता है तो करियर के साथ ही जीवनसाथी का भी चयन करने में परेशानियां आती हैं। करियर का पूरी तरह से बेनिफिट पाने के लिए आपको कुछ न कुछ उपाय करना होगा। यदि आपके मैरिज को हम देखें तो आपकी कुंडली में चौथे स्थान पर मंगल बैठ करके आपकी कुंडली को मांगलिक बनाया है। कुंडली में राहु के साथ बुध और सप्तम भाव पर केतु बैठा हुआ है। आपकी कुंडली में अनंत नामक कालसर्प योग भी बना हुआ है इसलिए इसकी वैदिक पूजा करवाएं।

गुरुजी, मेरा करियर कैसा होगा?
सागर लक्ष्मण गहलोत
(जन्म- १९ जून १९९५, समय- १४.४५, स्थान- भिवंडी, थाना)
सागर जी, आपका जन्म सोमवार के दिन हुआ है और आपकी राशि कुंभ बन रही है। कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। यदि आपकी कुंडली को हम देखें तो करियर को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए आपको शनि का उपाय करना चाहिए। इसके लिए आपको प्रतिदिन हनुमान चालीसा का तीन बार पाठ करना चाहिए। यदि महादशा के आधार पर हम देखें तो बुध की महादशा में केतु का अंतर चल रहा है। २६ नवंबर, २०२४ के बाद में आपके करियर का अच्छा फल मिलेगा। इसी के बाद आपके विवाह की भी चर्चा होगी।

गुरु जी, मेरा व्यापार नहीं चल रहा। वैवाहिक जीवन कैसा होगा?
– चेतन गहलोत
(जन्म- २४ मार्च १९९३, समय- ९.२६ दिन में, स्थान- भिवंडी, थाना)
चेतन जी, आपकी राशि मीन बन रही है और मेष लग्न का स्वामी मंगल आपकी कुंडली में पराक्रम भाव पर बैठा है इसलिए आप पराक्रमी हैं। अगर आपके व्यापार और मैरिज को हम देखें तो सप्तम भाव से व्यापार और मैरिज दोनों का विचार किया जाता है। सप्तम भाव का स्वामी शुक्र आपकी कुंडली में १२वें भाव पर उच्च राशि का हो करके बैठा है और इसी स्थान पर सूर्य और चंद्रमा के बैठे होने के कारण आपका व्यापार अनुकूल नहीं चल रहा है और आपकी मैरिज में भी अड़चन आती होगी। कुंडली में कुलिक नामक कालसर्प योग होने के कारण आप कन्फ्यूजन में रहते हैं। अत: इसकी पूजा करवाएं। जीवन की संपूर्ण जानकारी के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।

गुरुजी, मेरा भविष्य कैसा होगा और समय कैसा चल रहा है?
– लतिका शंकरलाल भाटी
(जन्म- १३ अगस्त १९९३, समय- १५.४५, स्थान- पाली, राजस्थान)
लतिका जी, आपका जन्म मेष लग्न में हुआ है और मेष लग्न का स्वामी मंगल आपकी कुंडली में अष्टम भाव का भी स्वामी है। आपकी राशि मीन है और मीन राशि पर इस समय शनि की साढ़ेसातीr चल रही है। आपका करियर और कुंडली बहुत अच्छी है। आप अपने अंदर के कन्फ्यूजन और क्रोध को खत्म कर देंगी तो आपके जीवन में एक नया परिवर्तन आएगा, जिसकी परिकल्पना आपको नहीं होगी। आपकी कुंडली में कुलिक नामक कालसर्प योग बना हुआ है, इस कारण आपके वैवाहिक जीवन में भी किसी न किसी प्रकार की अड़चन आती होगी। जीवन को विस्तार से जानने के लिए संपूर्ण जीवन दर्पण बनवाएं।

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