– डॉ. बालकृष्ण मिश्र
गुरु जी, मेरी राशि क्या है? क्या मेरी कुंडली में कालसर्प योग बना हुआ है, कृपया उपाय बताएं?
-संतोष बिठोवा सागवेकर
(जन्म- २१ जून १९८८, रात्रि १:४५, रत्नागिरी-महाराष्ट्र)
संतोष जी, आपका जन्म मंगलवार के दिन हुआ है। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के द्वितीय में राशि आपकी सिंह बन रही है। लग्न के आधार पर आपकी कुंडली को देखें तो मीन लग्न में आपका जन्म हुआ है। लग्न का स्वामी आपकी कुंडली में बृहस्पति है, जो पराक्रम भाव पर बैठा है और भाग्य भाव को अपनी पूर्ण दृष्टि से देख रहा है इसलिए भाग्यशाली तो हैं। आपकी कुंडली में १२वें स्थान पर मंगल ग्रह के साथ में राहु बैठकर अंगारक योग भी बना रहा है और केतु ग्रह के साथ चंद्रमा छठे भाव पर बैठकर आपकी कुंडली में महापद्म कालसर्प योग भी बना रहा है। इस कारण आपका व्यर्थ में खर्च एवं पैसे का न बचना तथा मन में बेचैनी भी बनी रहती है। आपको वैदिक विधि से महापद्म नामक कालसर्प योग की पूजा करवानी चाहिए और विस्तार से जानने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण भी बनवाना चाहिए।
गुरुजी, मेरी राशि क्या है? मैं किसी व्यापार से जुड़ी हूं लेकिन लाभ नहीं मिल रहा है, उसके लिए मुझे क्या करना होगा?
– रोशनी यादव
(जन्म- १० जुलाई २०००, दिन में १०:०० बजे, प्रयागराज-उत्तर प्रदेश)
रोशनी जी, आपका जन्म स्वाति नक्षत्र के तृतीय चरण में हुआ है। राशि आपकी तुला बन रही है लेकिन लग्न के आधार पर देखें तो सिंह लग्न में आपका जन्म हुआ है। सिंह लग्न का स्वामी सूर्य आपकी कुंडली में लाभ भाव पर बैठ रहा है इसलिए लाभ तो आपको निश्चित कराएगा, लेकिन दशम भाव का स्वामी शुक्र है और शुक्र राहु ग्रह के साथ १२वें भाव पर बैठा है इसलिए यदि महादशा के आधार पर देखें तो ३१ अक्टूबर २०२४ तक गुरु की महादशा चलेगी। गुरु आपकी कुंडली में अष्टमेश भी है इस कारण व्यापार में लाभ नहीं हो पा रहा है। इसके बाद शनि की महादशा जाएगी जो आपके लिए व्यापार के लिए बहुत अच्छा है। जीवन के विस्तार को जानने के लिए आपको संपूर्ण जीवन दर्पण भी बनवाना चाहिए।
गुरुजी, मेरे विवाह में विलंब क्यों हो रहा है? कृपया कारण और निवारण बताएं।
– रूबी मिश्रा
(जन्म- १६ नवंबर १९९६, रात्रि ७:०० बजे, मुंबई)
रूबी जी, आपका जन्म शनिवार के दिन हुआ है। श्रवण नक्षत्र के प्रथम चरण में राशि आपकी मकर बन रही है। मकर राशि पर इस समय शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण भी चल रहा है। यदि आपकी कुंडली को देखें तो वृषभ लग्न में आपका जन्म हुआ है। चौथे स्थान पर मंगल बैठा है और आपकी कुंडली को मांगलिक बना दिया है। लग्न भाव का स्वामी शुक्र है। शुक्र ग्रह के साथ में राहु पंचम भाव पर बैठकर आपकी कुंडली में पद्मनामक कालसर्प योग भी बना रहा है। शुक्र नीच राशि का है और कालसर्प योग भी है। वर्तमान समय में राहु की महादशा में केतु का अंतर भी चल रहा है, जो ९ अगस्त २०२४ तक चलेगा। आपको इस समय वैदिक विधि से कालसर्प योग की पूजा करनी चाहिए। अक्टूबर नवंबर के बाद विवाह का योग चलेगा और २०२५ तक आपकी शादी भी हो जाएगी।
गुरुजी, क्या मेरी कुंडली में कालसर्प योग है, क्योंकि मेरी वैवाहिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है?
– अलका त्रिपाठी
(जन्म- १३ अगस्त १९७६, रात्रि १२:५५ बजे, कोलकाता) अलका जी, लग्न के आधार पर अगर हम देखें तो वृषभ लग्न में आपका जन्म हुआ है। वृषभ लग्न का स्वामी शुक्र आपकी कुंडली में चौथे स्थान पर मंगल ग्रह के साथ बैठा है, वहीं पर बुध भी बैठा है। कुंडली आपकी मांगलिक भी है। यदि आपकी कुंडली में वैवाहिक स्थिति पर गौर करें तो छठे भाव पर राहु बैठा है। आपकी कुंडली में और १२ में भाव पर केतु बैठा है, इस कारण आपकी कुंडली में महापद्म नामक कालसर्प योग भी बन रहा है। इस योग के कारण वैवाहिक जीवन में दिक्कतें आती ही हैं क्योंकि १२ व भाव सुख शैया का होता है। आपको वैदिक विधि से कालसर्प योग की पूजा करवानी चाहिए।
गुरुजी, मेरी जॉब छूट गई है। क्या मेरी कुंडली में कोई दोष है?
-प्रियंका शर्मा
(जन्म-१५ जून १९८१, प्रात: ७:०० बजे, ग्वालियर- मध्य प्रदेश)
प्रियंका जी, आपका जन्म सोमवार के दिन हुआ है। राशि आपकी वृश्चिक बन रही है। वृश्चिक राशि पर शनि की ढैया का प्रभाव चल रहा है। अगर लग्न के आधार पर आपकी कुंडली को देखें तो मिथुन लग्न में आपका जन्म हुआ है। लग्न में ही सूर्य और बुध और शुक्र बैठ करके आपकी कुंडली में बुध आदित्य योग बना रहा है, लेकिन गोचर के आधार पर बात करें तो आपकी राशि से चौथे स्थान पर शनि देव बैठे हैं और जन्म के समय कुंडली में आपकी चौथे स्थान पर ही शनिदेव हैं, जो करियर को दिक्कत में डाल रहा है इसलिए शनि का उपाय करें, निश्चित आपको नौकरी अक्टूबर नवंबर के पहले मिल जाएगी। शनि का उपाय करने के लिए आपको प्रतिदिन हनुमान चालीसा का तीन बार पाठ करना चाहिए और पीपल की पेड़ की परिक्रमा कम से कम ५ मिनट करें तो यह काम आपका बड़ी जल्दी हो जाएगा।
ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर आपको देंगे सलाह। बताएंगे परेशानियों का हल और आसान उपाय। अपने प्रश्नों का ज्योतिषीय उत्तर जानने के लिए आपका अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय, जन्म स्थान मोबाइल नं. ९२२२०४१००१ पर एसएमएस करें। उत्तर पढ़ें हर रविवार…!