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झांसी मेडिकल कॉलेज अग्निकांड : भाजपाई का कुकर्म : १७ नवजातों ने दुनिया देखने से पहले ही बंद कर ली आंखें

-‘बाजपेयी ट्रेडर्स’ के जरिए आउटसोर्सिंग से कर्मचारियों की भर्ती
-उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का सनसनीखेज खुलासा

सामना संवाददाता / झांसी
झांसी मेडिकल कॉलेज में लगी आग के कारण अभी तक १७ नवजातों ने दुनिया देखने से पहले ही अपनी आंखें बंद कर ली हैं। इस दुर्घटना की जड़ में भाजपा सरकार के साथ-साथ सीधे-सीधे भाजपा नेता की लापरवाही और करप्शन का हाथ निकलना इस नफरती पार्टी के असंवेदनशील, अमानवीय चेहरे को उजागर कर रहा है। यहां भाजपा नेता की जिस कंपनी ‘बाजपेयी ट्रेडर्स’ के जरिए आउटसोर्सिंग पर कर्मचारियों की भर्ती हो रही है, वह वार्ड बॉयज से ही इलेक्ट्रिसियंस का काम क्यों करा रही है? इस तरह का सनसनीखेज खुलासा कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने किया है।
उन्होंने आगे कहा कि इतने संवेदनशील स्थान पर बेहद घटिया तार से वायरिंग क्यों कराई गई? जब २ महीने पहले यहां स्पार्विंâग हुई, तब भी इसे गंभीरता से क्यों नहीं लिया गया? ऐसे बहुतेरे ज्वलंत प्रश्नों पर भाजपा की खामोशी क्यों नहीं टूट रही है? सरकार को उन माओं को जवाब देना ही होगा, जिनकी कोख के लालों को इस आग ने निगल लिया। हर मुद्दे पर आंखें चुराकर समस्या को दबाने की कोशिश नहीं होनी चाहिए, न ही यह बर्दाश्त किए जाने योग्य है। महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू में १५ नवंबर को हुए अग्निकांड के बाद कल अजय राय झांसी पहुंचे। उन्होंने कहा कि घटना की जांच में लीपापोती हो रही है, जबकि हादसे के बाद उपमुख्यमंत्री की आवभगत में चूना डाला जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि १५ नवंबर को झांसी मेडिकल कॉलेज में आगजनी के कारण हुई बच्चों की मौत ने पूरे प्रदेश को दहला कर रख दिया। इस दुर्घटना में मृत हुए बच्चों की संख्या कल १७ हो गई। प्रदेश अध्यक्ष ने मेडिकल कॉलेज के एसएनसीयू का जायजा लेने के बाद कहा कि जरूरत से ज्यादा शिशु भर्ती होने की वजह से ओवरलोड के चलते घटना हुई है। घटना के बाद आज नौवां दिन है और किसी की भी जिम्मेदारी तय नहीं हो पाई है। सरकार मेडिकल कॉलेज में नियमित प्राचार्य तक तैनात नहीं कर पाई है।

सीजेआई से तत्काल जांच का आग्रह
सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता अमित द्विवेदी ने भारत के मुख्य न्यायाधीश को पत्र लिखकर उत्तर प्रदेश के एक मेडिकल कॉलेज के नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई में लगी आग की समयबद्ध जांच करने के लिए एक सेवानिवृत्त सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक पैनल के गठन की मांग की।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने अमेठी के गौरीगंज का अस्पताल सील करवा दिया था, लेकिन झांसी में कोई कार्रवाई नहीं हुई। अजय राय ने चेताया कि कार्रवाई नहीं हुई तो कांग्रेस प्रदेश के सभी ७५ जिलों में प्रदर्शन करेगी। यूपी के संभल में हो रहे बवाल पर कहा कि सरकार इसको रोक नहीं पा रही है। कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार फेल है।

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