सामना संवाददाता / मुंबई
अखिल ब्रह्मविज्ञान संस्थान, राजभाषा हिंदी विकास संस्थान तथा महापंडित राहुल सांकृत्यायन फाउंडेशन के संयुक्त तत्त्वावधान में डॉ. भगवान तिवारी के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में कजरी महोत्सव का वर्चुअल आयोजन डाॅ. बैजनाथ शर्मा द्वारा ‘BESTIE’ EDU. चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से जूमएप तथा फेसबुक पर लाइव किया गया। आयुर्वेद महाविद्यालय नालासोपारा के डायरेक्टर स्वागताध्यक्ष डाॅ. ओमप्रकाश दुबे ने कार्यक्रम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की एवं भोजपुरी कजरी सुनाई। श्रेया लाइफ साइंसेज मानव संसाधन प्रमुख, वरिष्ठ हिंदी साहित्यकार श्रीधर मिश्र के सुपुत्र अनिल मिश्र ने आभासी पटल पर समारोह की अध्यक्षता की। विशेष अतिथि महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के कार्याध्यक्ष डॉ. शीतला प्रसाद दुबे ने कजरी के विविध रूपों को प्रस्तुत करते हुए चार चांद लगा दिया। विशेष अतिथि प्रणीता गर्ग ने मधुर गीत गाकर समारोह की शोभा बढ़ाई। आचार्य रामव्यास उपाध्याय ने सरस्वती वंदना के साथ कार्यक्रम का संचालन किया। डॉ. भगवान तिवारी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का सुंदर चित्रण संस्था के महामंत्री डाॅ. अमर बहादुर पटेल ने किया।
समारोह को सफल बनाने में कजरी विशेषज्ञ महिलाओं, कवि-साहित्यकारों का विशेष योगदान रहा। डॉ. रोशनी किरण, डॉ. वर्षा सिंह, सावित्री तिवारी, प्रो. शशिकला पटेल,
इंदिरा पांडेय, सिंधवासनी तिवारी, विजय लता अग्रवाल, अंजू राय, शशिकला पटेल, प्रीति शर्मा आदि विद्वान-साहित्यकारों ने कजरी की विविध विधाओं से समा बांध दिया।
समारोह के आयोजन को सफल बनाने में संस्था के पदाधिकारी जनार्दन मिश्र, आचार्य वीरेंद्र त्रिपाठी, धनंजय चौबे, एड. विवेक त्रिपाठी, प्रभाशंकर शुक्ल, आशुतोष शुक्ल, संगीता दुबे, धर्मेंद्र ओझा, डाॅ. मधुबाला शुक्ला ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। आभार संस्था के मंत्री डॉ. अवनीश सिंह ने प्रकट किया। अंत में डॉ. भगवान तिवारी ने अपने जन्मदिवस पर उपस्थित एवं किसी भी प्रकार से योगदान देने वाले प्रबुद्धजनों को हृदय से आशीर्वाद प्रदान किया।