सामना संवाददाता / मुंबई
उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने बयान दिया है कि लोगों को विश्वास में लेना होगा, अन्यथा कुछ भी आगे नहीं बढ़ पाएगा। अजीत पवार ने यह बयान बारामती में एक सड़क परियोजना के बारे में बात करते हुए दिया। अजीत पवार के इस बयान के बाद उपस्थित श्रोता हंसने लगे। वहीं दूसरी तरफ राजनीतिक गलियारे में तर्क-वितर्क शुरू हो गया है।
अजीत पवार ने कहा कि मैंने काका कुतवल को इस सड़क के बारे में बताया है। मैंने उनसे सहयोग करने को कहा है। इसके अलावा मैंने तहसीलदार, बीडीओ और स्थानीय पुलिस इंस्पेक्टर को भी आदेश दे दिए हैं। मैंने उनसे कहा है कि अपने काका पर भी भरोसा करो। काका, आपको लोगों पर भरोसा करना होगा। इसके बिना कोई भी चीज आगे नहीं बढ़ सकती। काका मतलब काका कुतवाल, वरना मीडिया तुरंत चर्चा कर देगा, अजीतदादा गिर गए… कौन गिर गया इस पर चर्चा हो जाएगी। दो साल पहले अजीत पवार ने अपने काका और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के (तत्कालीन) अध्यक्ष शरद पवार का साथ छोड़ दिया था। उन्होंने पार्टी के ४० विधायकों को साथ लेकर एक अलग गुट बना लिया था। इसके अलावा, अजीत पवार अपने गुट के साथ महायुति सरकार में शामिल हुए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दो धड़ों में बंट जाने के बाद से अजीत पवार लगातार अपने चाचा शरद पवार की आलोचना करते रहे हैं। हालांकि, हाल के विधानसभा चुनावों के बाद उन्होंने पार्टी और पार्टी विभाजन या शरद पवार के बारे में कोई बयान नहीं दिया है। आज जब उन्होंने काका कुतवाल का जिक्र किया तो सभी को लगा कि वह उनके काका शरद पवार के बारे में बात कर रहे हैं।