योगेश कुमार सोनी
राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि आने वाले लोकसभा चुनाव में `इंडिया’ अलायंस ही जीतेगा। उन्होंने कहा कि अलायंस पर भारतीय जनता पार्टी की काली नजर लग रही है। वह सभी दलों को ताड़ने की भरपूर कोशिश कर रही है। `इंडिया’ अलायंस को भी बिखेरने की कोशिश की जा रही है, लेकिन यह अलायंस अब अपने स्वरूप में आ रहा है। उन्होंने बीजेपी की जीत को लेकर किए जा रहे दावे को खारिज करते हुए कहा कि मीडिया तो बिल्कुल डरपोक है और बिका भी हुआ है। लालू ने कहा कि इनमें सबसे प्रमुख थे बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, जो एक समय `इंडिया’ अलायंस के अहम स्तंभ माने जा रहे थे, लेकिन उन्होंने एक बार फिर गद्दारी करते हुए महागठबंधन से अलग होकर बिहार में बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली। नीतिश को लगा कि वो ऐसा करके बिहार की जनता के बीच दोबारा फिर से अपनी उपस्थिति बना लेंगे, लेकिन इस बार जनता ने पलटू बाबू को मजा चखाने की सोच ली है। बता दिया जाए कि एक समय विपक्ष की राजनीति का अहम चेहरा मानेजाने वाले लालू प्रसाद यादव अपनी बीमारी के कारण अब उतने सक्रिय नहीं नजर आते, लेकिन उनके बेटे और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कमान संभाल रखी है। लालू ने कहा कि यदि बीजेपी इतनी सक्रिय है तो वह दूसरे दलों को क्यों तोड़ रही है जिससे यह तय हो जाता है कि `इंडिया’ अलायंस को नहीं बीजेपी को हारने का डर है। लालू यादव ने तमाम अहम बातें कहीं, जिसमें यह तय हो जाता है कि बीजेपी की स्थिति उतनी मजबूत नही है जितनी दिखाई जाती है। मीडिया व विज्ञापनों द्वारा जनता के दिमाग को कब्जा किया जा रहा है, जिससे मात्र केवल एक माहौल को तैयार किया जा रहा है। सच्चाई क्या है यह सब जानते हैं। लालू के अनुसार, अब देश को बदलाव की जरूरत है, जिसके लिए २०२४ के लोकसभा चुनाव में जनता को दिमाग का प्रयोग करना होगा। `इंडिया’ अलायंस को भी मजबूत बने रहने की जरूरत है और अच्छी बात यह है कि गद्दार व कमजोर पहले ही निकल रहे हैं। लालू यादव ने कभी भी बीजेपी से गठबंधन नही किया, हमेशा कांग्रेस के साथ ही गठबंधन में बने रहे, जिससे बिहार व देश की जनता में उनकी इज्जत बरकरार है। नीतिश कुमार की तरह वह बार-बार पाला नही बदलते। लालू ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि मोदी इस बार हार रहे हैं और ‘इंडिया’ अलायंस जीत रहा है।
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार व राजनीतिक मामलों के जानकार हैं।)