लोगों में फैला आक्रोश
सामना संवाददाता / जम्मू
देश की भाजपा सरकार दावा करती है कि विस्थापित हुए जम्मू-कश्मीर के पंडितों को उनकी जन्मभूमि पर यानी जम्मू -कश्मीर में बसाया जाएगा। वहीं दूसरी तरफ कल जम्मू के पंडितों की दुकानों पर बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया है। जिसके जरिए पंडितों के मुख से निवाला छीन लिया गया है। जम्मू में कश्मीरी पंडितों की दुकानें जमींदोज किए जाने से लोग भड़क गए हैं और अब प्रशासन को भी झुकना पड़ा है। लोगों ने अधिकारियों के खिलाफ एक्शन की मांग की है और विरोध के बाद वहां रिलीफ कमिश्नर अरविंद करवानी पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने हालात का जायजा लिया है।
विस्थापित कश्मीरी पंडितों की दुकानों पर जम्मू में बुलडोजर चलाए जाने से स्थानीय लोगों का गुस्सा भड़क गया है। यह एक्शन उन कश्मीरी पंडितों पर हुआ है, जो तीन दशक पहले घाटी से विस्थापित होकर यहां आए थे और छोटे-मोटे कारोबार कर रहे थे। इन लोगों की दुकानें जमींदोज किए जाने से लोग भड़क गए हैं और अब प्रशासन को भी झुकना पड़ा है। लोगों ने अधिकारियों के खिलाफ एक्शन की मांग की है और विरोध के बाद वहां रिलीफ कमिश्नर अरविंद करवानी पहुंचे। उन्होंने कहा कि हमने हालात का जायजा लिया है और पीड़ितों की मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्दी ही नई दुकानें कश्मीरी पंडित परिवारों को दी जाएंगी।
उन्होंने कहा कि ये दुकानें जम्मू विकास प्राधिकरण की जमीन पर बनी थीं। यहां पर शॉपिंग कॉम्पलेक्स बनाने के लिए टेंडर जारी किया गया है और जल्दी ही यहां १० दुकानें बनाई जाएंगी। इन दुकानों को कश्मीरी पंडित परिवारों को दिया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि दुकानें हटाए जाने पर हो रहा विरोध गलत है ।