सामना सवांददाता / कल्याण
केडीएमसी ने सेंट्रल रेलवे के कल्याण सहायक विभागीय अधिकारी (डब्ल्यूकेएस) को ४ करोड़ ४१ लाख रुपए के पानी बिल बकाया को लेकर जलापूर्ति बंद कर दी है। इस फैसले के चलते कल्याण रेलवे स्टेशन, रेलवे कॉलोनी, रेलवे हॉस्पिटल और रेलवे यार्ड में पानी के लिए हाहाकार मच गया है। यात्रियों और वैंâटीन के कर्मचारी भी पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले पर केडीएमसी कमिश्नर को पत्र भेजा है। पत्र में २००९ के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए कहा गया है कि इमरजेंसी सेवा बंद नहीं की जा सकती। रेलवे का कहना है कि अब तक ८.७३ करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है और केवल १.०४ करोड़ रुपए का चालू बिल बाकी है। पेनाल्टी को लेकर विवाद है, लेकिन नियमित बिल समय पर जमा किए गए हैं।
रेल प्रशासन का कहना है कि गुढ़ी पाड़वा और ईद-उल-फितर के अवसर पर जलापूर्ति बंद करना अनुचित है। यात्रियों और रेलवे कर्मचारियों को जल संकट का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे ने जल सेवा को तुरंत बहाल करने की मांग की है।