कहा यदि वे खुद गंगा पुत्र मानते है तो मैं शिखंडी हूं
उमेश गुप्ता /वाराणसी
लोकसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच किन्नर महामंडलेश्वर हिमांगी सखी शुक्रवार को वाराणसी पहुंची। उन्होंने पूर्वांचल की हॉट सीट कहे जाने वाले वाराणसी लोकसभा से चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। वाराणसी पहुंचने पर वह शुक्रवार को मीडिया से रूबरू हुईं।
हिमांगी सखी ने पीएम मोदी के गंगापुत्र वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि आप यदि गंगा पुत्र हैं तो मैं शिखंडी हूं। आप आएं और नतमस्तक हों इस अर्द्धनारीश्वर के सामने। हमारे शंखनाद को स्वीकार करें। कहा कि मुझे काशी पर भरोसा है कि वह कभी अर्द्धनारीश्वर को निराश नहीं करेगी।
उन्होंने आगे कहा कि काशीवासी शिव के गण हैं और शिवगणों की सेवा करने अर्द्धनारीश्वर आई हैं। कहा कि हम काशी से चुनाव लड़कर हमारे समाज के हक के बारे में बात करेंगे। सरकार ने 10 वर्षों में हमारे समाज के बारे में नहीं सोचा। हम इसी लिए शंखनाद करेंगे कि हम संसद में बैठकर हमारे समाज के बारे में बात कर सकें। आज भी किन्नर समाज दयनीय समाज में है। यह समाज आज भी सड़कों पर भीख मांगता है। कई जगहों पर हालात यह हैं कि किन्नर समाज वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर है। मैं भगवान शिव की भूमि काशी से एक अर्द्धनारीश्वर शंखनाद कर रही है। अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने सोचा है कि इस बार मिलकर किन्नर समाज के उत्थान के लिए काम करेंगे। क्योंकि इस बार हमें अपनी आवाज़ संसद तक पहुंचानी है। हमारी आवाज़ उन तक पहुंचनी चाहिए। मैं इसीलिए नरेंद्र मोदी के विपक्ष में खड़ी हूं। अपने हक के लिए आज लोकसभा चुनाव में खड़ी हूं और काशी वासियों से किन्नर समाज के लिए आगे आने की अपील कर रही हूं।
महामंडलेश्वर ने किन्नरों को शिक्षित करने की बात कही। इसके लिए उन्होंने कहा – ‘किन्नर बचाओ, किन्नर पढ़ाओ’
उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी सरकार ने बीते 10 वर्षों में किन्नर समाज के लिए एक भी सीट आरक्षित नहीं की। इसीलिए आज अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने किन्नर समाज के लिए अपने द्वार खोल दिए। जिससे कि किन्नर समाज चुनावी मैदान में उतरकर अपने हक की बात करे।