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डिप्टी सीएम अजीत दादा का ज्ञान…‘अधपका मुर्गा’ ले रहा है जान!..रहस्यमय बीमारी ‘जीबीएस’ के फैलने का खोला राज

सामना संवाददाता / मुंबई

राज्य के उप मुख्यमंत्री व वित्त मंत्री अजीत पवार अब डॉक्टर भी बन गए हैं। तभी तो वे तेजी से पसर रहे बीमारी ‘जीबीएस पर’ अपना ज्ञान दे रहे हैं। इस बीमारी का पूरा नाम ‘गुलियन बैरी सिंड्रोम’ है। अभी तक डॉक्टरों का कहना है कि यह बीमारी दूषित पानी से हो रही है। मगर दादा ने अब नया दावा किया है। दादा का कहना है, ‘यह बीमारी ‘अधपका मुर्गा’ खाने से हो रही है।’ इस बीमारी से राज्य में ८ लोगों की जान जा चुकी है।
राज्य के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार का कहना है कि यह बीमारी अधपके मुर्गे के खाने से फैल रही है। इसलिए उनकी सलाह है कि मुर्गों को मारकर उसे ठिकाने लगाने की जरूरत नहीं है, बल्कि उसे अच्छी तरह से पकाकर खाना चाहिए। अब दादा की इस सलाह पर लोग चटकारे ले लेकर चर्चा कर रहे हैं।
पानी नहीं, अधपका मुर्गा फैला रहा जीबीएस…दादा ने किया दावा…पूरी तरह पकाकर खाने की दी सलाह
राज्य के उपमुख्यमंत्री व वित्त मंत्री अजीत पवार ने दावा करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र में फैल रहा गुलियन बैरी सिंड्रोम यानी जीबीएस पानी से नहीं हो रहा है। यह बीमारी अधपके मुर्गे खाने से फैल रही है। उन्होंने यह भी सलाह दी है कि मुर्गों को मारकर उसे ठिकाने लगाने की जरूरत नहीं है, बल्कि उसे अच्छी तरह से पकाकर खाना चाहिए।
महाराष्ट्र में गुलियन बैरे सिंड्रोम के बढ़ते मामलों से लोग काफी डरे हुए हैं। इसी बीच बढ़ते मामलों को देखते हुए उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने जनता से सतर्क रहने और अधपका चिकन खाने से बचने की अपील की है।
पुणे में पत्रकारों से बातचीत के दौरान अजीत पवार ने स्पष्ट किया कि इस बीमारी को लेकर मुर्गी पालन से जुड़ी चिंताओं को दूर किया जाना चाहिए और मुर्गियों को मारने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि हाल ही में पुणे के खड़कवासला बांध क्षेत्र में जीबीएस के मामलों की सूचना मिली थी। कुछ विशेषज्ञों ने इसे पानी के संदूषण से जोड़ा, जबकि कुछ ने इसे चिकन खाने से हुई बीमारी बताया। गहन समीक्षा के बाद यह निष्कर्ष निकला कि मुर्गियों को मारने की कोई आवश्यकता नहीं है। महाराष्ट्र में जीबीएस के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार को इस बीमारी का एक नया मामला दर्ज किया गया, जिससे राज्य में संदिग्ध और पुष्टि किए गए कुल मामलों की संख्या २०८ हो गई है।
इस तरह से फैलता है जीबीएस
जीबीएस संक्रमण दूषित पानी और भोजन, विशेष रूप से वैंâपिलोबैक्टर जेजुनी बैक्टीरिया से संक्रमित भोजन के कारण हो सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, यह बैक्टीरिया अधपके चिकन में पाया जा सकता है, जिससे यह संक्रमण पैâलने की संभावना रहती है।

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