मुख्यपृष्ठनए समाचारकामरा गलत नहीं व्यंग्यात्मक नहीं सत्यात्मक गाना -उद्धव ठाकरे

कामरा गलत नहीं व्यंग्यात्मक नहीं सत्यात्मक गाना -उद्धव ठाकरे

सामना संवाददाता / मुंबई
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कुणाल कामरा का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि मुझे ऐसा नहीं लगता कि कुणाल कामरा ने व्यंग्यात्मक गाना गाया है। उन्होंने सत्यात्मक गाना गाया है। उन्होंने जोरदार हमला करते हुए कहा कि कामरा ने जन भावना रखी है और सत्य बोलने पर ऐसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला नहीं हो सकता है। इसी के साथ ही उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि शिवसेना कुणाल कामरा के साथ है। उन्होंने यह भी स्पष्ट करते हुए कहा कि जो खुलेआम चोरी करते हैं, वे गद्दार हैं। कामरा के स्टूडियो में तोड़-फोड़ हुई उससे शिवसेना का कोई संबंध नहीं है। वे शिवसैनिक नहीं थे।
उन्होंने कहा कि कामरा के गाने से गद्दार गुट के तथाकथित नेता का अपमान हुआ, ऐसा महसूस कर डरपोक लोगों ने कामरा के स्टूडियो में तोड़-फोड़ की। इन गद्दारों को छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करने वाला प्रशांत कोरटकर नजर नहीं आता, राहुल सोलापुरकर दिखाई नहीं देता और जब कोश्यारी ने अपमान किया था, तब उनका विरोध करने की हिम्मत इनमें नहीं थी। इसलिए मुझे नहीं लगता कि कुणाल कामरा ने कुछ भी गलत किया है।

शिवराय के अपमान पर चुप रहनेवाले कभी भी शिवसैनिक
नहीं हो सकते!

जो लोग गद्दारों का महिमामंडन करते हैं और शिवराय के अपमान पर चुप रहते हैं, वे कभी भी शिवसैनिक नहीं हो सकते। यह बात कल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने विधानमंडल परिसर में पत्रकारों से बात करते हुए कही। चर्चित कॉमेडियन कुणाल कामरा के शो को देखने के बाद गद्दार गुट ने स्टूडियो में तोड़-फोड़ की। इस मुद्दे पर पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर उद्धव ठाकरे बोल रहे थे।
नागपुर दंगे की तरह कामरा को भी क्षतिपूर्ति दो
न्याय सबके लिए समान होना चाहिए। नागपुर दंगों में जिनका नुकसान हुआ है, उन्हें सरकार की ओर से मुआवजा दिया जाएगा। उसी तरह कुणाल कामरा को भी मुआवजा दिया जाए और उनके स्टूडियो को तोड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। इस तरह की मांग इस दौरान उद्धव ठाकरे ने की। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपील की कि कोई भी ऐसा कृत्य न करे, जिससे कानून और व्यवस्था बिगड़े। इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर अजीत पवार के आसपास बैठने वाले लोग ही ऐसा कर रहे हैं, तो पहले उन्हें ही रोकना चाहिए।
…फिर नागपुर की सुपारी किसने दी थी?
कुणाल कामरा को सुपारी दी गई, यह खुद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, जब इस बारे में मीडिया ने उद्धव ठाकरे से पूछा तो उन्होंने कहा कि फिर नागपुर के दंगे की सुपारी किसने दी थी? औरंगजेब की कब्र उखाड़ने की सुपारी किसने दी थी? केवल सुपारी-सुपारी ना करें। राज्य की हालत बिगड़ती जा रही है। अगर फडणवीस को गद्दारों का महिमामंडन मंजूर है, तो फिर भगवान भी उनका पद नहीं बचा सकते।

शिवराय, शंभूराजे की विरासत आगे ले जानी है या गद्दार और अनाजीपंत की?
एकनाथ शिंदे बालासाहेब ठाकरे की विरासत आगे ले जा रहे हैं। इस तरह का बयान मुख्यमंत्री फडणवीस ने दिया था। इस पर उद्धव ठाकरे ने जमकर खबर ली। छत्रपति शिवाजी महाराज की विरासत को आगे ले जाना है या गद्दारों की? अनाजीपंत की विरासत को चलाना है या छत्रपति संभाजी महाराज की विरासत लेकर आगे चलना है? यह मेरा सरकार से सवाल है। अगर अनाजीपंत की विरासत आगे बढ़ानी है, तो फडणवीस का बयान समझा जा सकता है। इस तरह का तंज उद्धव ठाकरे ने कसा।

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