मुख्यपृष्ठनए समाचारम्हाडा की नई इमारतों में लीकेज से ड्राॅ विजेताओं में हड़कंप! ......

म्हाडा की नई इमारतों में लीकेज से ड्राॅ विजेताओं में हड़कंप! … मुंबई आईआईटी करेगा निरीक्षण

म्हाडा-विजेताओं में आरोप-प्रत्यारोप शुरू
विजेताओं के कब्जे वाले २०७ घरों में से ९६ में बदलाव
सामना संवाददाता / मुंबई
म्हाडा के मुंबई बोर्ड ने छह महीने पहले विजेताओं को जिन नई इमारतों को कब्जा दिया था उसको गंभीरता से लिया है। बताया जाता है कि विजेताओं को एक तरफ कब्जा दिया गया है, वहीं दूसरी इमारतों की मरम्मत शुरू कर दी गई है, दूसरी तरफ यह पता चला है कि जिन २०७ घरों का विजेताओं को दिया है, उनमें से ९६ में आंतरिक परिवर्तन हुए हैं इसीलिए बोर्ड ने इमारतों का निरीक्षण करने का पैâसला किया है, जिसमें बताया गया है कि इमारतों की दीवारों में दरारें हैं और लीकेज हो रही है। इसके लिए आईआईटी को नियुक्त किया गया है। लीक का सही कारण आईआईटी की रिपोर्ट के बाद स्पष्ट होगा, लेकिन अब विजेताओं और मुंबई बोर्ड के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। जबकि बोर्ड का कहना है कि रिसाव घरों में आंतरिक परिवर्तनों के कारण हुआ है, विजेता इस आरोप पर कायम हैं कि इमारत का निर्माण खराब गुणवत्ता का है।
मुंबई बोर्ड ने अगस्त २०२३ में लॉटरी आयोजित की। इस ड्रा में विक्रोली में अल्प आय वालों के २५८ घर शामिल थे। इन मकानों की बिक्री कीमत ३६ लाख १६ हजार रुपए थी। मुंबई बोर्ड ने नवंबर-दिसंबर के आसपास विजेताओं को इन घरों का कब्जा देना शुरू कर दिया। अब तक २०७ विजेताओं ने घर पर कब्जा ले लिया है और घर में प्रवेश कर चुके हैं। कई घरों में पहली बारिश में ही पानी टपकने लगा है। नई इमारतों में घरों में लीकेज से विजेता चकित हैं। रहिवासियों ने संबंधित ठेकेदार से शिकायत भी की थी, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। विक्रोली में म्हाडा की नई बिल्डिंग में लीकेज होने की खबर मीडिया में छपने के बाद मुंबई बोर्ड की नींद खुल गई। मुंबई बोर्ड के मुख्य अधिकारी मिलिंद बोरिकर ने संबंधित अधिकारियों को तुरंत उचित मरम्मत करने का आदेश दिया। बताया कि इस आदेश के बादमरम्मत का काम शुरू हो गया है।
मुंबई बोर्ड ने इन इमारतों की मरम्मत शुरू कर दी है। अधिकारी ने बताया कि मुंबई बोर्ड ने आईआईटी,पवई के माध्यम से इन इमारतों का निरीक्षण करने का पैâसला किया है। विजेताओं ने शौचालयों को नया रूप दिया है। म्हाडा का कहना है कि एयर कंडीशनर को समायोजित करने के लिए दीवारों में बड़े छेद करने जैसे अनेक काम किए है, जिसके कारण लीकेज हो रहा है। वहीं निवासियों ने म्हाडा के आरोपों का खंडन करते हुए आरोप लगाया है कि म्हाडा के निर्माणकार्य में गुणवत्ता में कमी के कारण लीकेज हो रहा है।

 

अन्य समाचार