मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ
यूपी विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने पीलीभीत में पुलिस मुठभेड़ में मारे गये खालिस्तान समर्थक आतंकवादियों के एनकाउंटर पर सवाल खड़ा कर दिया। पीलीभीत में खालिस्तानी एनकाउंटर पर माता प्रसाद पाण्डेय ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी के राज में एनकाउंटर तो सामान्य बात है। उन्होंने कहा कि एनकाउंटर दो प्रकार के होते हैं एक एनकाउंटर आमने-सामने होता है जिसमें पुलिस भी घायल होती है और जिसका एनकाउंटर होता है वो भी घायल होता है लेकिन इस सरकार में सिर्फ आरोपी का पैर गोली मारकर तोड़ दिया जाता है। यह काम न्यायालय को करना चाहिए चाहे फांसी दे चाहे उम्रकैद दे दे।
पांडेय ने कहा कि यूपी में फेक एनकाउंटर बहुत होते हैं। हम इसकी वास्तविकता जानेंगे। इतना जरूर कहेंगे कि एनकाउंटर दवा नहीं है। हमारे अधिकारों में जीने का मौलिक अधिकार शामिल है। अगर हम अपराधी हैं तो हमे पकड़कर कोर्ट के हवाले किया जाए। कोर्ट चाहे फांसी की सजा दे या आजीवन कारावास की सजा। इसमें सरकार का अधिकार नहीं है।