मुख्यपृष्ठनए समाचारविधान परिषद चुनाव : शिवसेना की धधकी मशाल! ... स्नातक कोटे से अनिल...

विधान परिषद चुनाव : शिवसेना की धधकी मशाल! … स्नातक कोटे से अनिल परब की शानदार जीत

 शिक्षक कोटे से जीते जे. एम. अभ्यंकर
सामना संवाददाता / मुंबई
विधान परिषद चुनाव में मुंबई कोटे के चुनाव में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की मशाल धधक उठी है। मुंबई स्नातक कोटे से अनिल परब ने २६,०२६ वोटों से जीत दर्ज की है, जबकि शिक्षक कोटे से जे. एम. अभ्यंकर ने जीत हासिल की है। मुंबई स्नातक कोटे से अनिल परब को ४४,७८४ वोट और भाजपा के किरण शेलार को १८,७७२ वोट मिले। मतदाताओं ने शेलार की तुलना में परब को दोगुने से अधिक वोट दिए हैं। जैसे ही चुनाव अधिकारियों ने नतीजों की घोषणा की, शिवसैनिकों ने जमकर गुलाल उड़ाकर खुशी मनाई।
शिवसेना ने मुंबई स्नातक कोटे के चुनाव में लगातार छठवीं बार जीत हासिल करते हुए अपना गढ़ बरकरार रखा है।
यहां तक ​​कि मुंबई शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र में भी शिवसेना के जे. एम. अभ्यंकर जीत गए हैं। इस चुनाव ने साबित कर दिया कि मुंबई के मतदाताओं ने एक बार फिर भाजपा को खारिज कर दिया है। अनिल परब शुरू से ही बढ़त बनाए हुए थे। दूसरे राउंड की मतगणना में वे किरण शेलार से काफी आगे थे, वहीं परब की जीत तय थी। चुनाव में कुल ६७,६४४ वोट पड़े। ३,४२२ वोट अवैध रहे।
मुंबई स्नातक और शिक्षक कोटे, कोकण स्नातक और नासिक शिक्षक कोटे की सीटों के लिए मतदान २६ जून को हुआ था। मुंबई स्नातक निर्वाचन क्षेत्र में आठ उम्मीदवारों में से असली लड़ाई अनिल परब और किरण शेलार के बीच में ही थी। अनिल परब को पहले, दूसरे और तीसरे राउंड में क्रमश: १८,७७४, १८,७३१ और ७६३९ वोट मिले, जबकि किरण शेलार क्रमश: ७,५७५, ७,९१७ और ३,२८० वोट मिले। शिवसैनिकों द्वारा इस निर्वाचन क्षेत्र में पंजीकृत करीब १२,००० वोटों को विवादित किए जाने के बावजूद भाजपा और ‘घाती’ गुट को शिवसेना ने पानी पिला दिया। मुंबई शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र को भी शिवसेना ने ही जीता है। शिवसेना के उम्मीदवार जे. एम. अभ्यंकर विजयी हुए हैं। उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी उमेश सुभाष मोरे को पराजित किया।

‘शिवसेना हमारे साहेब की, नहीं किसी के बाप की’
यह विजय मैं हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे के चरणों में अर्पित करता हूं। बालासाहेब का आशीर्वाद ऐसे ही बना रहे। शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे और शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने मुझ पर जो विश्वास दिखाया है उसका मैं आभारी हूं। मेरी जीत के लिए शिवसेना और महा विकास आघाड़ी के घटक दल लड़े। उनका भी मैं आभारी हूं। शिवसेना हमारे साहेब की नहीं किसी के बाप की, यह साबित हो गया है। मुंबई में शिवसेना और शिवसेना ही होगी, वो भी उद्धव ठाकरे की शिवसेना होगी। इस तरह की प्रतिक्रिया इस जीत के बाद अनिल परब ने दी।

अन्य समाचार