शार्दुल ठाकुर को भारतीय क्रिकेट ड्रेसिंग रूम में ‘लॉर्ड’ कहा जाता है, लेकिन लगता है इस समय उनके सितारे गर्दिश में चल रहे हैं। चोट से वापसी कर रहे शार्दुल हाल ही में संपन्न आईपीएल मेगा ऑक्शन में भी अनसोल्ड रहे। पिछले तीन सीजन में शार्दुल के प्रदर्शन में गिरावट आई है। लेकिन अब उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के इतिहास में सबसे खराब गेंदबाजी की। शार्दुल ठाकुर ने केरल के खिलाफ ६९ रन देकर १ विकेट लिया, जो संयुक्त रूप से सबसे महंगा ओवर है। शार्दुल से पहले अरुणाचल प्रदेश के रमेश राहुल टूर्नामेंट के सबसे महंगे गेंदबाज थे। उन्होंने कुछ दिन पहले हरियाणा के खिलाफ ६९ रन लुटाए थे। पिछला रिकॉर्ड हैदराबाद के पगडाला नायडू (१/६७) के नाम था। उन्होंने २०१० में मुंबई के खिलाफ यह कारनामा किया था। शार्दुल ठाकुर को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम में भी नहीं चुना गया। पर्थ रवाना होने से पहले टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर ने कहा था कि प्रबंधन शार्दुल ठाकुर से आगे बढ़ चुका है, जो ऑस्ट्रेलिया में पिछली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने वाली टीम के हीरो में से एक थे। हालांकि, ३३ वर्षीय खिलाड़ी ने भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है। २०२४ सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए ९ मैचों में शार्दुल ने ६१.८० की औसत से सिर्फ पांच विकेट लिए। हालांकि, इकॉनोमी उनकी सबसे बड़ी ताकत नहीं रही है, लेकिन जब वह अच्छे फॉर्म में थे तो विकेट लेने और महत्वपूर्ण साझेदारियों को तोड़ना उनकी खूबी थी। पिछले कुछ वर्षों में वे विकेट नहीं ले पा रहे हैं।